सोलन में पानी की समस्या ने विकराल रूप ले लिया है | शहर में पानी चौथे और पांचवें दिन आ रहा है | यह समस्या नगर निगम के नवनिर्वाचित मेयर पूनम ग्रोवर ,डिप्टी मेयर और पार्षदों की पहली चुनौती है | इस समस्या की जड़ क्या है यह जानने के लिए मेयर अपनी टीम के साथ पानी के टैंकों पर पहुंचे | वहां पहुंच कर उन्होंने टैंकों का औचक निरीक्षण किया तो पाया पानी के टैंक खाली पड़े थे और पानी की सप्लाई बेहद कम आ रही थी |
इस बारे में जब संबंधित अधिकारियों से पुछा गया तो पानी की कमी के कारण का खुलासा हुआ | पता चला कि सोलन के पानी की सप्लाई पर कट लगा कर कसौली और परवाणु को सप्लाई की जा रही थी | जिस पर नगर निगम पदाधिकारियों ने कड़ा संज्ञान लिया और पहले सोलन के पानी के टैंकों को भरवाने के आदेश दिए |
मेयर पूनम ग्रोवर ने तुरंत तमाम अन्य सप्लाईयों को बंद करवाया | शहर वासियों को पीने का पानी मिले इस लिए वह स्वयं टैंको के पास घंटों बैठी रही | उन्होंने अपने सामने पानी के टैंक भरवाए ताकि सोलन शहर में पानी की सप्लाई सुचारु हो सके |
सोलन की पहली मेयर पूनम ग्रोवर ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि गिरी पेयजल योजना सोलन वासियों के लिए बनाई गई थी | इस लिए इस पानी पर सोलन वासियों का पहला हक है | लेकिन आईपीएच अधिकारियों के आदेशों पर सोलन में सप्लाई किए जा रहे पानी पर कट लगा कर उसे कसौली और परवाणु भेजा जा रहा है |
उन्होंने कहा कि भाजपा यहाँ पर भी पानी पर राजनीति कर रही है | लेकिन वह ऐसा नहीं होने देंगे और अगर फिर भी वह अपनी मनमानी करते रहे तो वह इसके खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद करेंगे | उन्होंने कहा कि सोलन के हक पर वह कट बर्दाश्त करने वाले नहीं है |