सोलन में एपीएमसी एक्ट 2005 के चलते पहले मार्केट फीस वसूली जाती थी | लेकिन किसान क़ानून आने के बाद एपीएमसी एक्ट खत्म हो गया था | जिसके चलते जो मार्केट फीस एपीएमसी सोलन वसूलता था वह वसूल नहीं पा रहा था | यह मार्केट फीस सब्जी मंडी के अलावा जिला के बैरियरों पर लगाई जाती थी | जहाँ से एपीएमसी को करोड़ों रूपये का राजस्व प्राप्त होता था | यह मार्किट फीस बाहरी राज्यों से आने वाले खाद्य पदार्थों पर लगाई जाती थी |
लेकिन जब से केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों पर स्टे लगा दिया है तब से 2005 एपीएमसी एक्ट पहले की तरह चालू हो गया है और एपीएमसी सोलन में मार्केट फीस वसूलनी आरम्भ कर दी है | जिसके विरोध में आज सोलन के व्यापारियों ने कुशल जेठी के नेतृत्व में प्रेस वार्ता का आयोजन किया और सरकार से इस मार्केट फीस को खत्म करने के लिए आग्रह किया है |
इस मौके पर व्यापारी कुशल जेठी ने सरकार को आग्रह करते हुए कहा कि पहले ही व्यापारी कोरोना के चलते मंदी के दौर से निकल रहा है | वहीँ अब फिर से व्यापारियों पर मार्केट फीस लगा दी है | जिसकी वजह से अब सोलन का व्यापारी बेहद परेशान है | इस लिए वह चाहते है कि सरकार इस आदेश को वापिस लें और व्यापारियों को राहत प्रदान करें | उन्होंने कहा कि केवल हिमाचल ही ऐसा प्रदेश है जहाँ यह मार्केट फीस वसूली जा रही है | इस व्यवस्था के कारण जहाँ व्यापारियों को लम्बी कागज़ी कार्रवाई से गुजरना पड़ता है वहीँ आर्थिक बोझ भी उन पर पड़ेगा | इस लिए वह चाहते है कि सरकार हिमाचल के व्यापारियों के लिए कोई सकारात्मक कदम उठाए |