सीएम योगी में भी था कौतूहल
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर स्थित वीर बहादुर सिंह तारामंडल में इस अद्भुत खगोलीय घटना को देखा। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि सीएम योगी का सूर्य ग्रहण को लेकर सामान्य लोगों की ही तरह कौतूहल था। वहां पर उन्होंने एक टेलिस्कोप की मदद से भी इस साल के अंतिम सूर्यग्रहण को काफी देर तक देखा। इस दौरान उन्होंने वैज्ञानिकों से ग्रहण के समय और ग्रहों को लेकर जानकारी ली। सीएम योगी वहां मौजूद लोगों को यह भी समझाते रहे कि कोई भी नंगी आंखों से सूर्यग्रहण न देखे।
वैज्ञानिकों से किए योगी ने सवाल
मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद वैज्ञानिकों से पूछा कि नवंबर में पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण लगेगा तो आखिर इतनी जल्दी-जल्दी ग्रहण क्यों लग रहे हैं। इसपर वैज्ञानिकों ने बताया कि एक साल में 5 से 7 तक सूर्य और चंद्रग्रहण हो सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां खगोलीय घटनाओं को लाइव देखने के लिए जरूरी उपकरणों की व्यवस्था की जाए। योगी ने अमावस्या के दिन आंशिक सूर्यग्रहण की खगोलीय घटना को दुर्लभ बताया।
मथुरा में यमुना किनारे जुटी भीड़
सूर्यग्रहण को लेकर लोग त्रिवेणी संगम और पवित्र नदियों में आस्था की डुबकी लगाते देखे गए। दिवाली के बाद सूर्यग्रहण को लेकर लोगों के बीच अलग ही उत्साह देखने को मिला। शाम 4 बजकर 29 मिनट से शुरू हुआ सूर्यग्रहण शाम 6 बजकर 32 मिनट तक देखा गया। मथुरा में इस दौरान लोगों ने यमुना किनारे पूजा-अर्चना की।
एक्सरे की ओट से देखा सूर्यग्रहण
ऐसी मान्यता है कि जब तक सूर्यग्रहण रहे तब तक किसी जलाशय या पवित्र नदी में खडे़ होकर मंत्र जाप करना चाहिए। मथुरा में श्रद्धालु यमुना में खडे़ रहे साथ ही एक्सरे के जरिए उन्होंने आंशिक सूर्यग्रहण के दर्शन भी किए।
ताजनगरी में ताज के पीछे झांकता सूरज
आगरा में भी सूर्यग्रहण दिखाई दिया। ताजनगरी में दुनिया के सातवें अजूबे ताजमहल की पृष्ठभूमि में झांकता हुआ आंशिक सूर्यग्रहण अद्भुत लग रहा था। यह इस साल का आखिरी सूर्यग्रहण है। अब 15 दिन बाद कार्तिक पूर्णिमा को चंद्र ग्रहण का योग बन रहा है।