Some Congress leaders are conspiring against me, I will fight elections from Pachhad in 2022 by keeping my point in front of the high command: Musafir

कांग्रेस के कुछ नेता मेरे खिलाफ कर रहे षड्यंत्र, हाईकमान के सामने अपनी बात रखकर 2022 में लडूंगा पच्छाद से चुनाव : मुसाफिर

2022 के चुनाव से पहले एक बार फिर, पच्छाद में कांग्रेस में अंतर्कलह की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है,पच्छाद में भाजपा छोड़ ,कांग्रेस में शामिल हुई, दयाल प्यारी को ,प्रदेश में सचिव पद दिए जाने को लेकर, पच्छाद कांग्रेस के बड़े नेताओं में ,नाराजगी दिखाई दे रही है, सोलन में आज पूर्व मंत्री ,और पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के, पूर्व विधायक गंगूराम मुसाफिर ने, कार्यकर्ताओं संग एक बैठक की,जिसमें आगामी 2022 के विधानसभा चुनावों को लेकर, रणनीति तैयार की गई।इस दौरान मीडिया से बातचीत में ,गंगूराम मुसाफिर ने कहा कि, उनके खिलाफ पच्छाद में कांग्रेस के बड़े नेताओं द्वारा, षड्यंत्र किया जा रहा है, उन्होंने कहा कि, इन दिनों पच्छाद में अंतर्कलह की स्थिति, इसलिए पैदा हो रही है, क्योंकि कांग्रेस के बड़े नेताओं को, दरकिनार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि, कुछ समय पहले ही ,भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुई ,दयाल प्यारी को काँग्रेस नेताओं ने ,उच्च पद दिया गया है,जो कि  बेहद गलत कदम  है ,और इसको लेकर पच्छाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में, भारी  रोष हैं। 
गंगू राम मुसाफिर ने कहा कि कहा कि ,जिन लोगों ने पूरी उम्र, कांग्रेस की सेवा में लगा दी ,आज उन कार्यकर्ताओं को, दरकिनार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ,जब वे अपनी बात रखने के लिए ,शिमला गए तो ,उनकी बात को कांग्रेस नेताओं द्वारा, नहीं सुना गया,जिसको लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में  भारी गुस्सा पनप रहा है।  उन्होंने कहा कि आज उनकी बात सुनने के लिए, कांग्रेस के बड़े नेता तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि ,पच्छाद के कांग्रेस कार्यकर्ता, अनुशासित है,क्योंकि पच्छाद राजा की कर्मभूमि और ,डॉक्टर परमार की जन्मभूमि रही है। उन्होंने कहा कि, अब  पानी सर से ऊपर चढ़ चुका है तो, कोई अब कदम तो उठाना ही पड़ेगा। गंगूराम मुसाफिर ने कहा कि ,उनका अभी तक कोई भी विचार  पच्छाद से ,चुनाव लड़ने का नहीं था ,लेकिन जिस तरह से उनके खिलाफ, पच्छाद में कांग्रेस के नेताओं द्वारा ,षड्यंत्र किया जा रहा है, अब मजबूरन उन्हें ,2022 का चुनाव लड़ना पड़ेगा, और इसके लिए कांग्रेस कार्यकर्ता भी ,उनके साथ है,और चुनाव लड़ने की बात को वे, हाईकमान के सामने भी रखेंगे।