समाज में लोग अक्सर अपने रिश्ते बराबरी वालों के साथ जोड़ते हैं. पैसे को हमेशा ज्यादा महत्व दिया जाता है. ये सामान्य बात है लेकिन अगर आप सुनें कि हाल ही में देश के सबसे युवा अरबपतियों में अपना नाम शामिल कर चुके शख्स के ससुर एक छोटी सी किराने की दुकान चलाते हैं तो क्या आपको इस बात पर यकीन होगा?
दामाद अरबपति, ससुर चलाते हैं किराने की दुकान
अगर आपको इस बात पर यकीन नहीं हो रहा तो आपको ब्रोकिंग फर्म जिरोधा के को-फाउंडर नितिन कामथ और उनके ससुर के बारे में जरूर जानना चाहिए. नितिन ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए अपने ससुर के बारे में बताया है. उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने ससुर से सीख और प्रेरणा ली है. नितिन ने अपने ससुर से प्रभावित होकर दुनिया को उनकी कहानी बताई है.
सोशल मीडिया पर शेयर की पूरी कहानी
नितिन ने अपने ट्विटर अकाउंट से अपने ससुर के साथ एक फ़ोटो शेयर की है, जिस में वे एक किराने की दुकान पर खड़े नजर आ रहे हैं. ये छोटी सी दुकान किसी और की नहीं, बल्कि उनके ससुर की है. उन्होंने इस पोस्ट के साथ लिखा कि संतोष ही सच्ची आजादी का मार्ग है. मेरे ससुर शिवाजी पाटिल के पास ये संतोष है. नितिन ने अपने ससुर के बारे में आगे बताया कि वह भारतीय सेना में थे. कारगिर युद्ध के दौरान ठंड के कारण उन्हें अपनी अंगुली गंवानी पड़ी. जिसके बाद उन्होंने सेना से वीआरएस ले लिया. आर्मी छोड़ने के बाद उन्होंने बेलगाम में अपनी एक किराने की दुकान खोली, जिसे वो आज भी चला रहे हैं.
नितिन आगे बताया कि वे अब 70 साल के हो चुके हैं लेकिन आज भी वो दुकान के लिए सामान खरीदने के लिए अपने एक दशक से भी ज्यादा पुराने स्कूटर पर जाते हैं. उनकी मदद के लिए केवल एक ही हाथ है जो मेरी सास है. दुकान पर अपने पति का हाथ बंटाना और घर की देखभाल करना उनका काम है. नितिन ने बताया कि उनकी पत्नी सीमा की कामयाबी के बाद भी उनके ससुर ने ये दुकान चलानी नहीं छोड़ी. उन्हें अपना काम इतना पसंद है कि वो इसमें मुनाफे की परवाह भी नहीं करते. मार्जिन के बारे में बात करते हुए उनके चेहरे पर मुस्कान आ जाती है. नितिन बताते हैं कि वे एक पैकेट चिक्की बेचने में 25 प्रतिशत का मार्जिन मिलता है.
कभी नहीं करते शिकायत
नितिन ने आगे बताया कि उन्होंने अपने ससुर को कभी भी किसी भी तरह की इच्छा जताते नहीं सुना. न ही उन्होंने कभी किसी प्रकार की शिकायत की है. यहां तक की कारगिर में अपनी अंगुली गंवाने के बारे में भी वे कभी शिकायत नहीं करते हैं. हां, यह अलग बात है कि 2007 में जब उन्होंने उनकी बेटी का हाथ मांगा था तब उन्होंने नितिन को सरकारी नौकरी पकड़ने की बात कही थी.
नितिन बताते हैं कि जब भी वह ज्यादा जीवन के बारे में सोचते हैं या फिर ये सोचते हैं कि अंतिम पलों तक कैसे एक अच्छी जिंदगी जी जाए. तब उनके पास बिना शक के एक ही उत्तर होता है, संतोष. साथ ही कभी भी दिमागी तौर पर शारीरिक तौर पर एक्टिव रहना नहीं छोड़ना है. पैसा यह सब नहीं खरीद सकता और वे सबसे बड़ा उदाहरण हैं.
कौन हैं नितिन कामथ?
बता दें कि कुछ ही महीने पहले जारी हुई फोर्ब्स की लिस्ट में बेंगलुरु के दो भाइयों की नेटवर्थ 1.1 अरब डॉलर और 2.7 अरब डॉलर थी. इनमें से एक थे निखिल कामथ और दूसरे थे नितिन कामथ. दोनों भाई Zerodha के को-फाउंडर हैं और दोनों मे अपनी मेहनत के दम पर अपनी फार्म को सफलता के शिखर पर पहुंचाया है.
नितिन कामथ मार्च 2022 में उस समय भी चर्चा में आए थे जब उन्होंने अपनी पत्नी को कैंसर से बचाने के लिए अपने सिर के सारे बाल हटा दिए थे. इंटरनेशनल वुमेन्स डे के मौके पर उन्होंने अपनी पत्नी सीमा कामथ की कैंसर जंग की पूरी कहानी ट्वीटर पर शेयर की थी.
उन्होंने ट्वीट में लिखा था कि, ‘मेरी वाइफ सीमा को नवंबर 2021 को पता चला था कि उसे ब्रेस्ट कैंसर है. उसने कैंसर और रेगुलर हेल्थ चेकअप, हेल्थ इश्योरेंस और वेलनेस के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करने लिए अपनी कैंसर जर्नी को ब्लॉग के माध्यम से शेयर करने का निर्णय लिया है. महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. इसके साथ ही कामथ ने अपने ट्वीट के साथ ब्लॉग पेज का लिंक भी शेयर किया है.