छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के मनीष ध्रुव ने देश की रक्षा करते हुए अपनी जान दे दी। मराठा रेजीमेंट में शामिल 24 वर्षीय मनीष लद्दाख बॉर्डर पर तैनात थे। बुधवार को ड्यूटी के दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई। उनकी मौत से पूरे इलाके में शोक का माहौल है।
रायपुर: देश की सीमा पर तैनात छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के जवान की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई। जवान मनीष ध्रुव सेना के मराठा रेजीमेंट में तैनात था। फिलहाल उसकी ड्यूटी भारत-चीन सीमा पर लद्दाख में लगी थी। गुरुवार को अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी। उसे डॉक्टर के पास ले जाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी। उसका शव शुक्रवार को धमतरी लाया जाएगा।
मनीष ध्रुव धमतरी के छोटे से गांव खरेंगा के रहने वाले थे। वे 2018 में सेना में शामिल हुए थे, लेकिन सिर्फ चार साल ही देश सेवा कर पाए। बुधवार दोपहर को वे ड्यूटी पर तैनात थे जब अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी थी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
जवान की मौत की खबर देर शाम धमतरी पहुंची, तो पूरा इलाका शोक में डूब गया। जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने 29 दिसंबर को होने वाले मड़ई मेला के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया। उनका पार्थिव शरीर 30 दिसंबर की दोपहर धमतरी पहुंचेगा, जिसके बाद उसी शाम उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शहीद मनीष ध्रुव की उम्र 24 वर्ष थी। वे साल 2018 में सेना में शामिल हुए थे। बचपन से ही वे देशभक्ति की बातें किया करते थे। पढ़ाई के दौरान भी उनका एकमात्र लक्ष्य सेना में शामिल होना था। वे अपने मां-बाप के इकलौते बेटे थे। बेटे की शहादत की खबर के बाद से पिता राजेंद्र ध्रुव और मां शकुंतला का रो-रो कर बुरा हाल है।