.. आज हम सभी हिमाचल वासियों के लिए बहुत ही सुखद अनुभव का अहसास है कि हमारे हिमाचल से अनेकों प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपनी ख्याति अर्जित की है जिसमें की तमाम व खेल प्रतिस्पर्धाए शामिल हैं जिसमें की सभी जिलों के खिलाड़ियों ने अलग-अलग समय में अपने हुनर का लोहा मनवाया भी है और हमारे पास अनेकों ऐसे उदाहरण है जिनसे हम प्रेरणा लेकर खेल के क्षेत्र में अपनी अहम पहचान बना सकते हैं और हम अपने मां बाप गांव, क्षेत्र प्रदेश और देश गौरवान्वित महसूस करवा सकते हैं आज हम ऐसे महान् शकिसियत का उदाहरण देते हैं जिन्होंने विश्व पटल पर अपनी पहचान बनाई है वो शख्स है सिरमौर जिले के शिलाई के दुर्गम क्षेत्र नैनिधार गांव के दलीप राणा उर्फ (ग्रेट खली) जिन्होंने अपने बाहुबल से (रेसलिंग) खेल क्षेत्र में अपनी अहम पहचान बनाई और शिमला में मजदूरी करके अपने जीवन का निर्वाह करने वाले ने कभी सोचा नहीं होगा कि व भी कभी दुनिया में अपनी ख्याति अर्जित करेंगे परन्तु उनको पिरोने का काम किया पंजाब पुलिस के एक अधिकारी ने जिन्होंने उनके शरीर और प्रतिभा को देखकर उनको(Training)व वह सभी सुविधाएं दी जिसकी दरकार दलीप राणा जी को उस समय रही और उन्होंने उस समय की नजाकत को देखते हुए भरपूर संघर्ष किया और अपनी पहचान राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क़ायम भी की जिसकी आज भी दुनिया साक्षी है यह सब तभी संभव हो पाएगा जब खेलों में हमारी जिज्ञासा, हमारा जूनून, हमारा पागलपन सवार होता है फिर हम अपने लक्ष्य पर ही केन्द्रित रहते हैं आज खेल के क्षेत्र में भारत सरकार ओर हिमाचल प्रदेश सरकार भरपूर सहयोग और हर युवा खिलाड़ियों को अवसर प्रदान भी कर रहीं हैं और अनेकों खिलाड़ियों ने विभिन्न खेल क्षेत्रों में अपना नाम रोशन भी किया है ,आज सबसे बड़ी समस्या है तो हम युवाओं को नशें से दूर रहने की ताकि हम शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बने अन्यथा हमे नशे ने आज उस मोड़ पर आकर खड़ा कर दिया है जहां से आगे सिर्फ मौत खड़ी हे, ओर हम बेवश खड़े नशे के जाल में दिन प्रतिदिन मौत के मुंह में जा रहे हैं,आज अनेकों ग्रामीण ओर शहरों में ऐसे खिलाड़ी हैं जो खैल में निपुण हैं
परन्तु उनको नशे ने इस क़दर जकड़ा हे की वह इस समस्या से बहार ही नहीं आ पा रहे,आज हम सभी का कर्तव्य बनता है कि हम सभी उन खिलाड़ियों को नशें के दल-दल से मोड़कर खेलों की ओर अग्रसर करें जहां उनका भविष्य उनका इन्तजार कर रहा है आज हिमाचल में अनेकों महिला खिलाडियों ने भी खेलों में अजीबोगरीब प्रदर्शन किया है जिसमें कबड्डी में प्रियंका नेगी, पुष्पा राणा,रितू नेगी, इत्यादि जिन्होंने खेल के दम पर आज कुछ की नौकरिया भी लगीं है और कुछ अभी ओर लगनी प्रस्तावित है और पुरुष कबड्डी खिलाड़ियों में अजय ठाकुर क्रिकेट में संग्राम सिंह जेसी शकिसियत अनेकों प्रतिभाए है
और अजय ठाकुर जो आज हिमाचल प्रदेश पुलिस में अपनी अहम सेवाएं भी दे रहे तो आज हमें इन सभी खिलाड़ियों के पीछे का संघर्ष ओर इतिहास जानने की भी परम आवश्यकता है कि किस तरह से इन्होंने अपने आप को आज अपने मंजिल में आकर खड़ा किया और इनके हुनर को देखकर ओर सुनकर अचंभित होते हैं कि इतने सिमित संसाधन होते हुए भी इतनी बड़ी बड़ी उपलब्धियां हामाचलियो को कठिन क्षेत्रों में रहकर भी खेलों में हम अपने हुनर को दिन प्रतिदिन निखार भी रहे हैं और हिमाचल का नाम रोशन भी कर रहे हैं आज अगर जरुरत है तो वह केवल खिलाड़ियों के प्रतिभा को प्रोत्साहित करना और एक समान अवसर देना प्रदान करना जिसमें की राजनीति और पक्षपात ना हो , जिसके कारण ग़रीब और आम खिलाड़ियों को अवसर नहीं मिल पाता खेलों में आज हिमाचल को खिखर तक पहुंचाया है और कबड्डी में अभी हाल ही में जेसे महिला खिलाडियों ने हरियाणा में हरियाणा को हराकर हिमाचल ने गोल्ड मेडल जीता है
इस तरह के अनेकों उदाहरण हमें देखने को मिल रहे हैं जो बहुत ही गर्व का विषय भी है जिसमें की अनेकों दिव्यांग खिलाड़ियों ने भी जेसे पैरालंपिक में ऊना के निशाद कुमार ने सिल्वर मेडल जीतकर प्रदेश व देश का नाम रोशन किया जिन्होंने अपनी एक बाजू खोने के बाद भी हौसला नहीं खोया और लगातार मेहनत करके अपने शरीर कि अक्षमता को पीछे छोड़ कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया आज अनेकों हिमाचल में ऐसे दिव्यांग खिलाड़ी हैं जिनमें गजब का हुनर ओर खेल प्रतिभा है परन्तु उन्हें अवसर नहीं मिल पा रहे हैं ,तथा आज हमें ऐसे दिव्यांग खिलाड़ियों को अवसर देने के लिए जागरूकता लानी होगी और उन्हें खेलों के अवसरों और कार्यक्रमों की जानकारी भी समय समय पर उपलब्ध करवानी चाहिए ताकि हिमाचल का युवा अपना किमती ओर युवावस्था में नशें की ओर ना जाकर खेलो की ओर अग्रसर हो खेलों से जहां हम स्वस्थ तन्दरूस्ती महसूस करते हैं वहीं बिमारियों से भी निजात पाते हैं
खेलों ने आज अनेकों खिलाड़ियों के जीवन की दशा व दिशा बदलने का अहम काम किया है जो कि बहुत ही सौभाग्य की बात भी है खेल हमें जहां हार कर जीतने का जज्बा भरता है तो जीतकर आत्म सम्मान और ख्याति अर्जित करवाता है आज हमें खेल के संसाधनों को विस्तार करने की जरूरत है और ग्रामीण क्षेत्रों में उन खिलाड़ियों को अवसर देने की जो मात्र आर्थिक स्थिति सही ना होने के कारण पीछे रह जाते हैं आज खेलों इंडिया,युथ गैम्स, इत्यादि अनैको खेल नीति के अंतर्गत खेल करवाएं जा रहें जिसका हमें लाभ उठाना होगा, और जेसे कहा भी गया है कि प्रतिभा किसी परिचय की मोहताज नहीं होती है
वह सिमित संसाधन में भी अपने ख़ून पसीने से खेल में अपने जज्बे को कायम रखते है,आज हमारा यही ध्येय होना चाहिए कि हम ज्यादा से ज्यादा खेलों की ओर अग्रसर रहे और हर अवसरों में अपने प्रतिभा को कुरेदने का काम करें क्योंकि हर व्यक्ति में एक हुनर छुपा होता है जिसे तलाशना जरुरी है ओर जिसके बदोलत हमारे जीवन की दशा व दिशा बदलने का माद्दा रखता है।सिल करना अपने आप में बहुत कुछ बयां करता है,आज हम हिमाचल से सम्बन्ध रखने वाले हम युवाओं के मार्गदर्शक लोकप्रिय सांसद, केन्द्रीय खेल एवं सूचना प्रसारण मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर जी का भी विशेष धन्यवाद हैं और आशीर्वाद प्राप्त हो रहा है जिन्होंने खेल के क्षेत्र में अनेकों कार्यक्रम प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर भारत सरकार के अन्तर्गत चलाएं हुए हैं और इनका मार्गदर्शन सभी खिलाड़ियों के लिए एक उर्जा का संचार भी करता है जिससे हम हि