श्रीलंका के जाफना यूनिवर्सिटी में बीते रविवार को राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे आने वाले थे. श्रीलंका में रह रहे तमिलों ने राष्ट्रपति विक्रमसिंघे के दौरे का विरोध किया. एक विरोध प्रदर्शन पर पुलिस ने पानी का छिड़काव किया. प्रदर्शनकारी एक कदम आगे निकल गाएष पॉकेट से शैम्पू निकाला और अपने बाल धोने लगे. प्रदर्शनकारियों के इस अनोखे विरोध की तस्वीरें और वीडियोज़ सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं.
पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया, प्रदर्शनकारी शैम्पू करने लगे
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जाफना यूनिवर्सिटी के पास ही कुछ विरोध प्रदर्शक बीते रविवार को जमा हुए थे. ये लोग रानिल विक्रमसिंघ के यूनिवर्सिटी दौरे का विरोध कर रहे थे. श्रीलंका पुलिस ने भीड़ को भगाने की मंशा से वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया. प्रदर्शकों के हौसले नहीं डगमगाए और उन्होंने पॉकेट से शैम्पू निकाला और पानी का पूरा उपयोग करने लगे!
पत्रकार Dr Thusiyan Nandakumar ने ट्विटर पर इस घटना की तस्वीरें शेयर की.
पुलिस पर फेंका गोबर वाला पानी
Tamil Guardian रिपोर्ट के अनुसार, तमिल प्रदर्शकों ने नल्लूर नामक इलाके में पुलिस पर गोबर मिला हुआ पानी भी फेंका. नल्लू अरासाती रोड-वैमान रोड पर श्रीलंका पुलिस ने बैरिकेड्स लगाए थे. प्रदर्शकों को मार्च करने से रोकने के लिए ये कदम उठाए गए थे. जब प्रदर्शकों ने बैरिकेड्स हटाने की कोशिश की तब पुलिस ने पानी का छिड़काव किया.
मौके पर बंदूकधारी पुलिस वाले, मिलिट्री वाले और STF के जवान थे लेकिन तमिल प्रदर्शक उनसे ज़रा भी नहीं डरे. प्रदर्शकों ने तमिल राजनीतिक कैदियों की रिहाई की और तमिल लोगों की ज़मीन छोड़ने की मांग की.
2022 में श्रीलंका के आम लोगों को खाने की चीज़ें भी नहीं मिल री थी. जनता भोजन और अन्य बुनियादी जरूरतों के लिए संघर्ष कर रही थी. श्रीलंका ने रानिल विक्रमसिंघे को नया राष्ट्रपति चुना. कर्ज़ में डूबे देश को उबारने के लिए विक्रमसिंघ ने डिफ़ेंस में भी कटौती की घोषणा की. टैक्स बढ़ा दिए गए. सरकार के खर्चों में भी कटौती की जाएगी.