करुणामूलक संघ 131 दिन से शिमला में मांगो को लेकर क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठा है लेकिन सरकार से नौकरी के बजाए कोरे आस्वासन ही मिले है। संघ ने आज प्रदेश सरकार की सद्बुद्धि के लिए शिमला में सद्बुद्धि पाठ करवाया। संघ का कहना है कि इसके माध्यम से सरकार की भर्ष्ट हो चुकी बुद्धि के लिए सद्बुद्धि यज्ञ किया गया गया है।
करुणामूलक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि संघ 131 दिन से क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठा है। इस दौरान बारिश, सर्दी व अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा लेकिन सरकार ने उनकी कोई सुध नही ली है। उन्होंने कहा कि सरकार कीकि बुद्धि भ्र्ष्ट हो गई है जिसके लिए पूजा पाठ किया गया है। उन्होंने बताया कि करूणामूलक संघ प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान 13 दिसंबर को विधानसभा का घेराव करेंगे। अगर सरकार फिर भी नहीं जागी तो संघ 68 विधानसभा क्षेत्रों में जाकर सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे।
यह है संघ की मांगें
1) समस्त विभागों, बोर्डों, निगमों में लंबित पड़े करुणामूलक आधार पर दी जाने वाली नौकरियों के केसों को जो 7/03/2019 की पॉलिसी मे आ रहे हैं उनको One Time Settlement के तहत सभी को एक साथ नियुक्तियाँ दी जाएं।
2) करुणामूलक आधार पर नौकरियों वाली पॉलिसी में संशोधन किया जाए व ऊसमे Rs 62500 एक सदस्य सालाना आय सीमा शर्त को पूर्ण रूप से हटा दिया जाए व 5% कोटा की शर्त को पूर्ण रूप से हटा दिया जाए ताकि विभाग अपने तौर पर नियुक्तियाँ दे सके
3) योग्यता के अनुसार आश्रितों को बिना शर्त के सभी श्रेणियों में नौकरी दी जाऐ।
4) जब किसी महिला आवेदक की शादी हो जाती है तो उसे पॉलिसी से बाहर किया जाता है इस शर्त को भी हटाया जाए।
5) जिनके कोर्ट केस वहाल हो गए हैं उन्हे भी नियुक्ति दी जाए