#राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मोगीनंद में प्रदेश का पहला कैंपस रेडियो स्टेशन पर संकट के बादल छाऐ*
प्रदेश के पहले और देश के छठे कैंपस रेडियो स्टेशन हेलो मोगीनंद को संचालित करने के लिए अब शिक्षकों के हाथ भी खड़े हो गए हैं।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मोगीनंद में प्रदेश का पहला कैंपस रेडियो स्टेशन पर संकट के बादल छाऐ हैं। 2018 में स्थापित रेडियो स्टेशन को चलाने में बजट की दरकार है। अब तक रेडियो स्टेशन को चलाने में शिक्षक अपनी जेब से खर्च करते आ रहे हैं। प्रदेश के पहले और देश के छठे कैंपस रेडियो स्टेशन हेलो मोगीनंद को संचालित करने के लिए अब शिक्षकों के हाथ भी खड़े हो गए हैं।
फिलहाल, इस कैंपस रेडियो स्टेशन को मुंबई स्थित एक अमेरिकी कंपनी ब्रॉडकास्ट लिमिटेड के तत्वावधान में संचालित किया जा रहा है। ब्रॉडकास्ट कंपनी की सालाना फीस 20,000 रुपये है। बताया जा रहा है कि अब ब्रॉडकास्ट कंपनी मुंबई से अमेरिका शिफ्ट हो गई है। इसकी सालाना फीस भारतीय मुद्रा 20,000 रुपये से बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दी गई है। इतनी बड़ी धनराशि को जुटाने में शिक्षक भी असमर्थ हो गए हैं।
इस रेडियो स्टेशन की स्थापना विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक कार्यक्रम के सीधे प्रसारण के लिए की गई थी। किसी कारणवश अनुपस्थित रहने वाले विद्यार्थी भी इससे घर बैठे इसका लाभ ले रहे थे। इसकी फ्रीक्वेंसी 300 मीटर के दायरे तक निर्धारित की गई है। फ्रीक्वेंसी को बढ़ाने का लक्ष्य भी रखा गया है। बजट का प्रावधान न होने के चलते इसकी फ्रीक्वेंसी का दायरा बढ़ाने का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया।
मोगीनंद विद्यालय की प्रधानाचार्या शिभा खन्ना ने बताया कि कैंपस रेडियो स्टेशन के सालाना नवीनीकरण की तिथि नजदीक आ रही है, लेकिन अभी तक इसके लिए कोई बजट का प्रावधान नहीं हो पाया है। संस्था या सरकार इसके लिए अनुदान दे तो ही इसको संचालित किया जा सकता है। इस रेडियो स्टेशन को डॉ. संजीव अत्री ने संचालित किया था, जो वर्तमान ने नौरंगाबाद स्कूल में मुख्य अध्यापक के पद पर तैनात हैं।