ऊना जिला के पहाड़ी पथरीले क्षेत्रों में जनमानस को पानी की कमी के स्थायी समाधान के लिए राज्य के जल शक्ति विभाग ने बारिश के पानी को इक करके समूर खड्ड पर राज्य का पहला बहु-उद्देश्यीय डैम निर्मित किया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मार्च माह में इस डैम का विधिवत लोकार्पण करेंगे। कुटलेहड़ क्षेत्र के पथरीले पहाड़ी गांवों में बरसात में पानी नहीं टिक पाता है तथा यह पानी, पथरीली धरती होने की वजह से बहकर नीचे घाटी में चला जाता है, जिससे घाटी का जल स्तर तो बढ़ जाता है, लेकिन इन गांवों में पेयजल सिंचाई के लिए पानी की स्थायी दिक्कत बनी रहती है। इस दिक्कत के स्थायी समाधान के लिए इन गांवों में बरसात के पानी के बहाव को समूर खड्ड में 10 किलोमीटर लंबे कैचमैंट क्षेत्र में 16.38 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित किया गया है।
यह पानी स्वां खड्ड में न मिल सके तथा इस बांध के माध्यम से इस पानी को वापस इन पथरीले गांवों की सिंचाई तथा जमीन में जलस्तर को बढ़ाने के लिए उपयोग किया जा सके। इस बांध में 767 मिलियन लीटर बरसात के पानी का जल संग्रह किया जा सकेगा, जिसका सीधा लाभ क्षेत्र के 5580 लोगों को होगा, जो कि कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में जीवन यापन कर रहे हैं तथा उन्हें गर्मियों के मौसम में पानी की खासी दिक्कत झेलनी पड़ती है। इस जलाश्य से पहाड़ी पथरीले गांवों की 233 हेक्टेयर फसल को वर्ष भर पर्याप्त सिंचाई की सुविधा प्रदान की जा सकेगी। इस बांध के नैसर्गिक पर्यटन स्थल के रुप में विकसित करने के लिए कुटलैहड़ पर्यटन विकास समिति के तत्वाधान में ढांचागत सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। इस बांध के निर्माण से क्षेत्र में भूजल के स्तर में सुधार हुआ है।