अर्की विधानसभा क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह जी की मूर्ति स्थापित की जाएगी। प्रदेश में स्थापित होने वाली यह वीरभद्र सिंह की पहली मूर्ती होगी | यह जानकारी कांग्रेस प्रदेश सचिव राजेन्द्र ठाकुर ने मीडिया को दी। उन्होंने कहा कि राजा वीरभद्र सिंह के जाने के बाद सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से सरकार से मांग की जा रही थी कि वह वीरभद्र सिंह की मूर्ति लगाने के लिए स्थान दें। लेकिन अभी तक प्रदेश सरकार ने इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है। इसलिए अर्की विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने स्वयं निर्णय लिया है कि वह अपने चेहते विधायक स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की मूर्ति अर्की में स्थापित करेंगे। अर्की वासियों ने जो माँगा वह राजा वीरभद्र सिंह ने दिल खोल कर दिया। विकास में किसी भी तरह की कमी नहीं आने दी। कोरोना काल में एम्बुलेंस और ज़रूरत का सारा सामान बिना मांगे उन्होंने अर्की विधान सभा क्षेत्र के नागरिकों तक पहुंचाया। जब राजा वीरभद्र सिंह खुद हॉस्पिटल में भर्ती थे तब भी वह अर्की वासियों की भलाई के लिए ही सोच रहे थे। यही वजह है कि वह आज दुनिया में नहीं है लेकिन उसके बावजूद भी वह सभी के दिलों में ज़िंदा हैं।
कांग्रेस प्रदेश सचिव राजेन्द्र ठाकुर ने कहा कि राजा वीरभद्र सिंह आज दुनिया में नहीं है उनके जाने का सबसे बड़ा दुःख अर्की वासियों को हुआ है क्योंकि वर्तमान में अर्की के विधायक थे | अर्की विधान सभा क्षेत्र के सभी आयु वर्ग के लोग उन्हें दिल से चाहते हैं और सम्मान करते है। क्योंकि वीरभद्र सिंह ने उन्हें किसी भी तरह की कोई कमी अनुभव नहीं होने दी। इसी लिए सभी नागरिकों ने तह किया है कि उनकी पहली मूर्ती अर्की में स्थापित कर उन्हें अर्की वासियों की ओर से सच्ची श्रद्धांजलि दी जाएगी। उन्होंने बताया कि उनकी मूर्ति दो दिनों के भीतर जयपुर में बननी आरम्भ हो जाएगी। यह मूर्ती एक जनवरी 2022 को अर्की में स्थापित होगी। मूर्ती की स्थापना करने के लिए नगर परिषद अर्की ने भी अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है।
2021-07-16