जयपुर. राजस्थान की गुलाबी नगरी जयपुर को ट्रैफिक फ्री बनाने के लिए जेडीए द्वारा लगातार कवायद की जा रही है. इसमें अब जेएलएन मार्ग स्थित ओटीएस चौराहे को सिग्नल फ्री जंक्शन बनाया जाएगा, इसके लिए जेडीए यहां स्टील केबल स्टेड ओवरब्रिजऔर 2 क्लोवर लीफ बनाने की तैयारी कर रहा है. इसकी प्लानिंग लगभग फाइनल की जा चुकी है. आगामी 2 से 3 महीनों में इसका काम-काज शुरू किया जा सकता है. जयपुर में ट्रैफिक के भारी दबाव को देखते हुए राज्य सरकार ने बजट में ट्रैफिक लाइट फ्री करने की घोषणा की थी ताकि शहर में ट्रैफिक स्मूद चल सके और शहर का सौंदर्यीकरण किया जा सके. इसके लिए अंडरपास, ओवरब्रिज जैसी कवायदें जेडीए को करनी है.
इसमें सबसे खास है स्टील केबल स्टेड ओवरब्रिज. यह ओवरब्रिज हैंगिग ब्रिज की तरह दिखाई देगा जिसे राजधानी के ओटीएस सर्किल पर तैयार किया जाना है ताकि इस चौराहे पर वाहनों की गति टूटना बंद हो सके. मौजूदा समय में इसके लिए डिजाइन बनाने का काम चल किया जा रहा है. जल्द ही डिजाइन बनने के बाद उसके टेण्डर जारी करके अगले 2-3 महीने में काम शुरू कर दिया जाएगा. स्टील केबिल स्टेड ब्रिज में पुलिया के नीचे पिलर नहीं बल्कि बड़े स्पान को दो पिल्लर पर खड़े कर बनाए गए. केबिल स्टेण्ड के जरिए हुक किए जाएंगे. इस वजह से इस ब्रिज पर ज्वाइंट्स भी सामान्य ओवरब्रिज या एलीवेटेड रोड के मुकाबले कम होंगे. इनके नीचे खुला स्पेस भी ज्यादा होगा. इसके नीचे एक गैलरी भी तैयार की जा सकती है.
यह जयपुर का पहला स्टील केबिल स्टेड ब्रिज होगा. जेडीए के आयुक्त रवि जैन का कहना है कि जेडीए सिग्नल फ्री जंक्शन के तहत ओटीएस पर काम कराने की पलनिंग पूरी कर चुका है. जेएलएन मार्ग पर ट्रैफिक का सबसे ज्यादा दबाव इसी चौराहे पर है. यहां गाड़ियों की संख्या इतनी ज्यादा है कि दो लाइट होने के बाद ही जंक्शन को क्रॉस करने का नंबर आता है. उन्होंने बताया कि यहां जेएलएन मार्ग पर एक ओवरब्रिज तैयार किया जाएगा, जबकि जलधारा और ओटीएस परिसर के पास (दो क्लोवर लीफ) बनाए जाएंगे. प्रोजेक्ट पर 150 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान है.
मालवीय नगर रेलवे ओवरब्रिज से गांधी सर्किल की तरफ आने-जाने वाले ट्रैफिक के लिए ओटीएस चौराहे पर स्टील केबिल स्टेड ब्रिज बनाया जाएगा. आरएएस क्लब पुलिया की तरफ से आने वाले ट्रेफिक जो मालवीय नगर रेलवे ओवरब्रिज की तरफ जाना चाहता है उस ट्रेफिक के लिए ओटीएस परिसर की तरफ एक क्लोवर लीफ होगा, जबकि सूचना आयोग की ओर से आने वाले ट्रेफिक को ओटीएस पुलिया की तरफ जेएलएन मार्ग पर जाना चाहता है उसके लिए जलधारा के पास क्लोवरलीफ बनाई जाएगी.
अंडरपास का काम जारी
यूं तो शहर में अभी बीटू बाइपास को सिग्नल फ्री करने का काम चल रहा है जहां जेडीए अण्डरपास का काम कर रहा है. पहले यहां जवाहर सर्किल रोड पर फेसेलिटी लाइनों को शिफ्ट करने के बाद अब अण्डरपास की रिटेलिंग वॉल का काम शुरू किया जा रहा है. जबकि बीटूबायपास चौराहे पर जेडीए अण्डरपास के अलावा दो एलीवेटेड क्लोवर लीफ भी बनवाएगा, जो टोंक रोड पर दोनों तरफ बनेंगे. इसी तरह लक्ष्मी मंदिर तिराहे को भी सिग्नल फ्री करने के लिए नेहरू पैलेस के पास अण्डरपास बनाने का काम शुरू हो चुका है. शहर में इन नए निर्माणों को लेकर जेडीए ने कवायद शुरू कर दी है, लेकिन प्रोजेक्ट्स तैयार होने तक शहरवासियों को ट्रैफिक की समस्या का सामना जरूर करना पड़ सकता है.