Stock Market : अमेरिका में दो साल की बड़ी गिरावट से आज दबाव में बाजार, फिर 60 हजार से नीचे जा सकता है सेंसेक्‍स

सेंसेक्‍स पिछले सत्र में 456 अंकों की तेजी के साथ बंद हुआ था.

नई दिल्‍ली. भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में जारी लगातार तेजी पर आज विराम लग सकता है. ग्‍लोबल मार्केट में आई गिरावट से आज भारतीय निवेशक भी दबाव में दिखेंगे और बिकवाली हावी हो सकती है.

सेंसेक्‍स पिछले सत्र में 456 अंकों की तेजी के साथ 60,571 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 134 अंक चढ़कर 18,070 पर पहुंच गया था. एक्‍सपर्ट का कहना है क‍ि पिछले कारोबारी सत्र में अमेरिका और यूरोपीय बाजारों में बड़ी गिरावट दिखी, जबकि आज सुबह एशिया के ज्‍यादातर शेयर बाजार नुकसान पर ट्रेडिंग कर रहे हैं. इसका असर निवेशकों के सेंटिमेंट पर भी दिखेगा और बाजार में मुनाफावसूली हावी हो सकती है. आशंका है कि सेंसेक्‍स एक बार फिर 60 हजार से नीचे जा सकता है.

अमेरिका में पिछले चार सत्र से जारी तेजी पर विराम लग गया और पिछले कारोबारी सत्र में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. पहले निवेशकों ने ब्‍याज दरें बढ़ने, रोजगार के मौके घटने और मंदी की आशंका में बाजार से दूरी बनाए रखी, लेकिन जैसे ही वापस बाजार की ओर मुड़े महंगाई के आंकड़ों ने डरा दिया और फिर दूरी बना ली. बिकवाली से अमेरिका के प्रमुख शेयर बाजारों में शामिल NASDAQ पर 5.16 फीसदी की बड़ी गिरावट दिखी.

यूरोपीय बाजार भी धराशायी

अमेरिका में आई बड़ी गिरावट से यूरोपीय बाजार भी नहीं बच सके और पिछले कारोबारी सत्र में बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ा. यूरोप के प्रमुख शेयर बाजारों में शामिल जर्मनी के स्‍टॉक एक्‍सचेंज पर पिछले सत्र में 1.59 फीसदी की बड़ी गिरावट दिखी, जबकि फ्रांस का शेयर बाजार 1.39 फीसदी टूटकर बंद हुआ. लंदन के स्‍टॉक एक्‍सचेंज पर भी 1.17 फीसदी की गिरावट दिखी.

एशियाई बाजार भी लाल निशान पर

एशिया के ज्‍यादातर शेयर बाजार आज गिरावट पर खुले और लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं. सिंगापुर स्‍टॉक एक्‍सचेंज 1.61 फीसदी के नुकसान पर है, जबकि जापान के निक्‍केई पर 2.05 फीसदी की गिरावट दिख रही है. हांगकांग का शेयर बाजार 2.10 फीसदी के नुकसान पर ट्रेडिंग कर रहा तो दक्षिण कोरिया का कॉस्‍पी 1.66 फीसदी गिरावट पर दिख रहा है.

विदेशी निवेशकों ने लगाया पैसा

भारतीय पूंजी बाजार में विदेशी निवेशकों के पैसे लगाने का सिलसिला लगातार जारी है. पिछले सत्र में भी विदेशी संस्‍थागत निवेशकों ने बाजार में 1,956.98 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे. हालांकि, इसी दौरान घरेलू संस्‍थागत निवेशकों ने 1,268.43 करोड़ रुपये के शेयर बेच डाले.