गुरु-शिष्य के रिश्तों की कहानी: टीचर का तबादला हुआ तो रो पड़ा पूरा स्कूल, संभालना हो गया मुश्किल

टोंक. टीचर और स्टूडेंट्स (Teachers and students) के बीच बढ़ते अविश्वास और प्रेम की खाई के बीच राजस्थान से खुशखबर सामने आई है. राजस्थान के टोंक जिले में एक महिला टीचर का तबादला हुआ तो पूरा स्कूल रो पड़ा. विदाई समारोह (Farewell ceremony) में टीचर के प्रति स्टूडेंट्स का प्रेम देखकर स्टाफ के साथी शिक्षकों की भी आंखें भर आईं. फूट-फूटकर रो रही छात्राओं को संभालना मुश्किल हो गया. बाद में बड़ी मुश्किल से बच्चों को संभाला गया. यह देखकर तबादला होकर जाने वाली टीचर भी अपने आंसू नहीं रोक पाईं. विदाई के वक्त छात्राएं टीचर से लिपटकर रोने लगीं.

गुरु-शिष्य प्रेम की यह बानगी टोंक जिले के देवली उपखंड के चांदसिंहपुरा में सामने आई. यहां के सरकारी सीनियर सैंकडंरी स्कूल की टीचर की विदाई के समय माहौल बेहद भावुक हो गया. स्कूल की विज्ञान की शिक्षिका अलका जांगिड़ का हाल ही में यहां से ट्रांसफर हो गया. शनिवार को उनका विदाई समारोह रखा गया था. इसमें स्कूल के फर्स्ट क्लास से लेकर 12वीं तक की छात्राएं और छात्र रो पड़े. वहीं साथी शिक्षक भी काफी भावुक नजर आए.

समोराह का पूरा माहौल आंसुओं में भीगा
विदाई समारोह में सभी छात्राएं अपनी पसंदीदा टीचर के लिए गिफ्ट भी लेकर आई थीं. विदाई समारोह में अलका जांगिड़ के साथी टीचर ने गीत के जरिए अपनी भावनाएं प्रकट की. इस दौरान समारोह में मौजूद बच्चे, अभिभावक और खुद अलका भी अपने आंसू नहीं रोक पाई. समारोह का पूरा माहौल आंसुओं में भीग गया. किसी से कुछ कहते नहीं बन रहा था.

अलका बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए नवाचार करती रही हैं
टीचर अलका जांगिड़ पिछले 8 साल से राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल चांदसिंहपुरा में विज्ञान विषय की वरिष्ठ अध्यापक थीं. अलका ने पढ़ाई के साथ-साथ अपने व्यवहार से हर किसी के दिल में जगह बना ली थी. अलका जांगिड़ का पढ़ाई कराने का तरीका, अनुशासन और बच्चों से लगाव की सभी तारीफ करते हैं. वे सभी सरकारी योजनाओं की क्रियान्विति और आदेशों की पालना के साथ में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए नवाचार करती रही हैं.

एक माह पहले भी ऐसा ही दृश्य सामने आया था
एक महीने पहले भी इस स्कूल से इसी तरह की तस्वीरें आई थी. उस समय अंग्रेजी पढ़ाने वाली शिक्षिका गरिमा कंवरिया का बीकानेर ट्रांसफर हो गया था. तब भी स्टूडेंट्स भावुक हो गए थे. उसके बाद से अभी तक यहां अंग्रेजी पढ़ाने वाले शिक्षक की नियुक्ति नहीं हो पाई है. अब विज्ञान की टीचर का तबादला होने से बच्चों की पढ़ाई और बाधित होगी.