उपायुक्त सोलन कृतिका कुल्हारी ने कहा कि सशक्त ग्राम पंचायतों के माध्यम से ही आत्मनिर्भर ग्राम की कल्पना सम्भव है तथा पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधि अपनी दूरदर्शिता से गांव के विकास को नए आयाम प्रदान कर सकते हैं। कृतिका कुल्हारी आज यहां सोलन विकास खण्ड की विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रधानों तथा उप प्रधानों के साथ स्वच्छ हिमाचल अभियान-2021, कैच द रेन एवं कोविड नियम पालन के सम्बन्ध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहीं थीं।
कृतिका कुल्हारी ने कहा कि प्रदेश की सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को आम आदमी तक पहुंचाने में पंचायत प्रतिनिधियों की अहम भूमिका है। उन्होंने आग्रह किया कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं तथा कार्यक्रमों का लाभ ग्राम स्तर पर लक्षित वर्गों तक पहुंचाने में सहयोग करें।
उपायुक्त ने कहा कि सर्वांगीण विकास के लिए स्वच्छता एवं स्वास्थ्य आवश्यक तत्व है। सरकार की ओर से हर स्तर पर यह प्रयास किया जाता है कि जन-जन स्वच्छता अपनाकर स्वस्थ रहें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता को जन अभियान बनाने और जन-जन की इस दिशा में नियमित भूमिका तय करने के लिए 09 अगस्त से 15 अगस्त, 2021 तक स्वच्छ हिमाचल अभियान-2021 कार्यान्वित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य सभी को यह बताना है कि व्यक्तिगत एवं सामूहिक प्रयासों से ही वास्तविक अर्थों में स्वच्छता का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस अभियान में जहां सरकारी एवं गैर सरकारी प्रयास स्वच्छता की दिशा में अग्रसर होंगे वहीं आमजन का सहयोग भी लिया जाएगा।
कृतिका कुल्हारी ने पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों से आग्रह कि वे स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के साथ-साथ जन-जन को स्वच्छता की दिशा में जागरूक करें। हम सभी को यह समझना होगा कि साफ-सफाई सुनिश्चित बनाकर ही सभी को स्वस्थ रखा जा सकता है।
उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान में जल संरक्षण समय की मांग बन गई है। हिमाचल जैसे प्रकृति सम्पन्न राज्य में प्रचुर मात्रा में वर्षा होती है। यदि हम वर्षा की एक-एक बून्द का संरक्षण करने में सफल हों तो न केवल वर्तमान अपितु भविष्य की जन चुनौतियों से निपटने में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि इस दिशा में निर्वाचित प्रतिनिधियों का सहयोग अत्यन्त आवश्यक है।
कृतिका कुल्हारी ने कहा कि विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में प्राकृतिक जल स्त्रोतों के साथ-साथ वर्षा जल संग्रहण अनिवार्य है। शहरी क्षेत्रों में वर्षा जल संग्रहण अधोसंरचनाएं भूमि एवं स्थान की उपलब्धता के अनुसार निर्मित की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में इस दिशा में व्यापक कार्य किया जा सकता है। ग्राम स्तर पर पर जल के समुचित उपयोग की दिशा में पंचायत प्रतिनिधियों को सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी प्राकृतिक संसाधनों का समुचित उपयोग कर सके।
उन्होंने सभी से आग्रह किया कि कोविड-19 से पूर्ण बचाव के लिए नियम पालन करें एवं टीकाकरण अवश्य करवाएं। उन्होंने कहा कि नियम पालन जहां सभी को संक्रमण से बचाएगा वहीं इस दिशा में जागरूकता जन-जन को सुरक्षित रखेगी। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि कोविड पाॅजिटिव व्यक्तियों की आईसोलेशन सुनिश्चित बनाएं और उनके सम्पर्क में आए सभी व्यक्तियों का परीक्षण करवाएं।
उपायुक्त ने मास्क नहीं तो सेवा नहीं (नो मास्क, नो सर्विस) तथा धार्मिक स्थलों पर बिना मास्क के दर्शन नहीं की नीति की अनुपालना का आग्रह भी किया।
उन्होंने पंचायत सचिवों को निर्देश दिए कि प्रधानों उप प्रधानों को पूर्ण सहयोग प्रदान करें ताकि ग्रामीण स्तर पर विकास कार्यों को गति प्रदान की जा सके।
उपमण्डलाधिकारी सोलन अजय यादव ने कहा कि स्वच्छ हिमाचल अभियान-2021 के तहत प्रत्येक दिन के अनुरूप गतिविधि निर्धारित की गई है। उन्हांेने कहा कि यह अभियान परिणाम मूलक अभियान है।
जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी राजकुमार व खण्ड विकास अधिकारी सोलन रमेश शर्मा ने सभी प्रतिनिधियों को विस्तृत जानकारी प्रदान की।
जिला परिषद सदस्य मनोज वर्मा एवं राजेन्द्र ठाकुर, विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रधान, उप प्रधान एवं सचिव, स्वयंसेवी संगठन शिक्षा क्रान्ति के सत्येन, तहसीलदार सोलन गुरमीत नेगी सहित अन्य बैठक में उपस्थित थे।