सोलन में संविधान दिवस पर युवाओं ने संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को याद किया | उपस्थित युवाओ ने इस मौके पर अपने विचार सांझा किए और अंबेडकर द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने का निर्णय भी लिया | युवाओं ने संविधान निर्माता को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि भी दी | युवाओं ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर दूरदर्शी व्यक्ति थे जिन्होंने देश का संविधान लिखा और सभी देश वासियों को क़ानून के दायरे में लाए | यही वजह है कि भारत में प्रत्येक व्यक्ति बेहद सुरक्षित और स्वतंत्र है |
ज्ञात रहे कि 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने संविधान के उस प्रारूप को स्वीकार किया, जिसे डॉ. बीआर आंबेडकर की अध्यक्षता में ड्राफ्टिंग कमेटी ने तैयार किया था. इसी रूप में संविधान 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ और भारत एक गणराज्य बना| इसी की याद में 26 नवंबर के दिन को संविधान दिवस मनाने का चलन 2015 को शुरू किया गया.|
अधिक जानकारी देते हुए विद्यार्थी तिलक कुमार ने कहा कि आज सभी युवा संविधान दिवस मना रहे है | उन्होंने कहा कि देश के संविधान में भारत की आत्मा बस्ती है | यही वह दस्तावेज है जिसके आधार पर देश का शासन चलता है | उन्होंने कहा कि संविधान के कारण हे सभी भारत वासी एक दुसरे से जुड़े है यही कारण है कि भारत में विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है | उन्होंने कहा कि देश का संविधान बेहद सुंदर व्यवस्था है जिसके चलते आज भारत विकास की नई गाथाएं लिख रहा है | वह इस मौके पर सभी प्रदेशवासियों को संविधान दिवस के बहुत बहुत बधाई देते है |