कुछ कहानियां दिल को छू लेने वाली होती हैं. अमन हुंडाल की कहानी कुछ ऐसी ही है. मोहाली की रहने वाली अमन ने सिंगापुर से होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया है. वो चाहती तो किसी बड़े होटल में नौकरी कर सकती थीं. लेकिन उन्होंने नौकरी करने के बजाय सड़क किनारे खुद का ढाबा खोलकर समाज के लिए एक मिसाल पेश की है.
समाज के लिए एक मिसाल पेश की हैं अमन हुंडाल
Aaj Tak
आज तक की एक खबर के मुताबिक, अमन अपने खाने की शुद्धता का बहुत ख्याल रखती हैं. वह बड़ी साफ सफाई से खाना बनाती हैं और अपने ग्राहकों को परोसती हैं. अमन का कहना है कि वह खाना परोसते समय हाइजीन का पूरा पालन करती हैं. उन्होंने दावा किया है कि वह जो प्लेट इस्तेमाल करती हैं, वह भी पूरी तरह से एनवायरमेंट फ्रेंडली है.
सड़क किनारे ढाबा चलाती हैं अमन
जानकारी के मुताबिक अमन सुबह 6 बजे उठती हैं और खाना बनाना शुरू कर देती हैं. दोपहर 12 बजे से साढ़े तीन बजे तक वह सड़क किनारे ढाबा चलाती हैं. उनके ढाबे पर दो तरह की थाली मिलती है, एक कीमत 60 रुपए और दूसरे की कीमत 80 रुपए की थाली है. अमन का मानना है कि जो डर गया वो मर गया. कई महिलाएं संकोच करती हैं. लेकिन हर इंसान को अपने मन का काम करना चाहिए.