स्टडी में हुआ खुलासा- Hair Straightening कराने से हो रहा Uterine Cancer, इन लक्षणों से 1 स्टेज पर करें पहचान

What causes Uterine Cancer: यूटेराइन कैंसर महिलाओं के प्रजनन अंग में होने वाली जानलेवा बीमारी है। इसका खतरा महिलाओं में तब तक होता है जब तक उनके पास यूट्रस है। इस कैंसर के दूसरे अंगों में फैलने या उनुपचारित छोड़ने से मौत का खतरा बढ़ जाता है। यूटेराइन कैंसर को लेकर हाल ही में हुए एक स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, इसमें पता चला है कि हेयर स्ट्रेटनिंग कराने वाली महिलाओं में इस कैंसर का खतरा ज्यादा होता है।
study from the national institutes of health claims hair straightening product chemical increase risk of uterine cancer
स्टडी में हुआ खुलासा- Hair Straightening कराने से हो रहा Uterine Cancer, इन लक्षणों से 1 स्टेज पर करें पहचान
यूटेराइन कैंसर पर नेशनल इंस्टीट्युट ऑफ हेल्थ की एक स्टडी से पता चलता है कि जिन महिलाओं ने हेयर स्ट्रेटनिंग करने वाले रासायनिक उत्पादों का इस्तेमाल किया, उनमें उन महिलाओं की तुलना में गर्भाशय के कैंसर का खतरा अधिक था।गर्भाशय महिलाओं के शरीर में मौजूद प्रजनन अंग होता है, ऐसे में इसमें होने वाले कैंसर को गर्भाशय का कैंसर (Uterine Cancer) कहा जाता है। यूटेराइन कैंसर महिलाओं में होने वाला 6वां सबसे आम कैंसर है। यूटेराइन कैंसर दो प्रकार का होता है- एंडोमेट्रियल कैंसर, यह गर्भाशय की अंदरूनी परत एंडोमेट्रियम में होता है, और गर्भाशय सार्कोमा यह आपके गर्भाशय की मांसपेशियों की दीवार मायोमेट्रियम में विकसित होता है।गर्भाशय सार्कोमा बहुत दुर्लभ हैं, ऐसे में सबसे ज्यादा मामले एंडोमेट्रियल कैंसर के आते हैं। यह कैंसर दूसरे अंगों में तेजी से फैलता है जो इसे एक जानलेवा बीमारी बनाता है। ऐसे में जरूरी है इसके लक्षणों को पहले स्टेज पर पहचान कर इसका उपाचार करा लिया जाए।

​क्या है यूटेराइन कैंसर पर हुई पूरी स्टडी?

अध्ययन के आंकड़ों में 33,497 अमेरिकी महिलाएं शामिल हैं, जिनकी उम्र 35-74 है। लगभग 11 वर्षों तक इन महिलाओं को ऑब्जर्व किया गया और उस दौरान 378 गर्भाशय कैंसर के मामलों का निदान किया गया। शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन महिलाओं ने हेयर स्ट्रेटनिंग करने वाले उत्पादों जैसे- पैराबेंस, बिस्फेनॉल ए, मेटल और फॉर्मलाडेहाइड जैसे रसायन को साल में चार बार से ज्यादा इस्तेमाल किया उनमें गर्भाशय कैंसर की होने की संभावना दोगुनी थी उन महिलाओं के मुकाबले जिन्होंने हेयर स्ट्रेटनिंग प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं किया।

​स्टडी हेड ने यूटेराइन कैंसर की संभावना पर क्या कहा?

एनआईईएचएस एनवायरनमेंट एंड कैंसर एपिडेमियोलॉजी ग्रुप और इस स्टडी के प्रमुख, पीएचडी, एलेक्जेंड्रा व्हाइट बताते हैं, कि हमने अनुमान लगाया कि महिलाएं जिन्होंने कभी हेयर स्ट्रेटनर का इस्तेमाल नहीं किया उनमें 70 की उम्र तक गर्भाशय होने का खतरा 1.64% है, वहीं हेयर स्ट्रेटनर प्रोडक्ट इस्तेमाल करने वाली महिलाओं में यह जोखिम 4.05% तक बढ़ जाता है।

​क्यों होता है यूटेराइन कैंसर?

कैंसर काउंसिल के मुताबिक, स्तन कैंसर के इलाज के लिए टेमोक्सीफेन लेना गर्भाशय के कैंसर से संबंधित होता है। इसके अलावा कुछ कारक जो महिलाओं में यूटेराइन कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं, उनमें यह शामिल हो सकते हैं।

  • मेनोपॉज होना
  • कभी बच्चे नहीं होना
  • 12 वर्ष की आयु से पहले पीरियड्स शुरू होना
  • उच्च रक्तचाप या मधुमेह होना
  • अधिक वजन या मोटापा होना
  • कैंसर की फेमिली हिस्ट्री
  • काउडेन सिंड्रोम या लिंच सिंड्रोम जैसी आनुवंशिक स्थिति होना
  • ओवरियन ट्यूमर, या PCOS होना
  • पेलविस रेडिएशन थैरेपी

​यूटेराइन कैंसर के लक्षण

योनि से असामान्य रक्तस्राव गर्भाशय के कैंसर का सबसे आम लक्षण है, विशेष रूप से मेनोपॉज के बाद। इसके अलावा गर्भाशय के कैंसर के लक्षण को हम यहां आपको बता रहें हैं, हालांकि यह लक्षण दूसरी किसी बीमारी का भी इशारा हो सकते हैं इसलिए डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।

  • पीरियड्स में बदलाव
  • असमान्य वजाइनल ब्लीडिंग
  • लगातर बिना ब्रेक के पीरियड्स होना
  • गंधयुक्त पानी जैसा डिसचार्ज
  • अचानक वजन घटना
  • पेशाब करने में कठिनाई
  • मल त्याग की आदत में बदलाव
  • पेट में दर्द
​यूटेराइन कैंसर से कैसे करें बचावगर्भाशय के कैंसर को रोकने के लिए कोई पक्का उपाय नहीं हैं। हालांकि, आप अपने जोखिम कारकों को कम करने में सक्षम हो सकते हैं, जैसे स्वस्थ वजन बनाए रखना, और किसी भी असामान्य वजाइनल ब्लड डिसचार्ज के बारे में सतर्क रहना। इसके अलावा समय-समय पर अपने गायनोलॉजिस्ट से चेकअप कराना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।