2014 में ही अभिषेक ने सिविल सेवा परीक्षा में भाग लेने का निर्णय किया।
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राजस्थान के रहने वाले हैं अभिषेक
<p>जहां कई युवा विदेशों में पढ़ने और कार्य करने के बाद विदेशों में ही बस जाते हैं वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जो भारत का कर्ज चुकाने के लिए वापस लौट आते हैं। उन्हीं लोगों में से एक हैं आईएएस अभिषेक सुराणा। 27 वर्षीय अभिषेक (IAS Abhishek Surana) राजस्थान के भीलवाड़ा के रहने वाले हैं। उनके यूपीएससी का सफर (UPSC Success Story) औरों से बेहद अलग है और साथ ही युवाओं को प्रेरणा देने का कार्य भी करता है। </p> -
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यूपीएससी से पहले बैंकिंग में करियर
<p>यूपीएससी (UPSC) में आने से पहले अभिषेक सुराणा ने आईआईटी दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उन्होंने ग्रेजुएट होने के बाद सिंगापुर में बार्कलेज इन्वेस्टमेंट बैंक में एक हाई पेइंग कॉर्पोरेट नौकरी हासिल की और बाद में लंदन में बैंक के लिए भी काम किया।</p> -
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स्टार्ट अप कंपनी और यूपीएससी
<p>नौकरी के बाद अभिषेक ने खुद की एक मोबाइल आधारित एप स्टार्ट अप कंपनी की स्थापना की और चिले में काम करना शुरू किया। स्टार्टअप में काम करते हुए उन्होंने यह महसूस किया कि उनकी जिंदगी में कुछ मिसिंग है। 2014 में अभिषेक ने भारत वापस आने का निर्णय लिया और उसी दौरान उन्होंने सिविल सर्विस परीक्षा में भी भाग लेने का निर्णय किया। </p> -
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लगातार 3 असफलता और फिर बनें IAS
<p>यूपीएससी परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है जिसके लिए युवा जी-जान से मेहनत करते हैं। अभिषेक सुराना ने भी सिविल सेवा परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत की लेकिन अपने पहले प्रयास में उन्हें सफलता नहीं मिली। उन्होंने अपने पहले दो प्रयासों में असफलता का सामना किया और तीसरे प्रयास में उन्हें 250 रैंक प्राप्त हुआ लेकिन केवल आईएएस बनना ही उनका सपना था। अभिषेक ने एक बार फिर से मेहनत की और चौथी बार परीक्षा में बैठे। अपने चौथे प्रयास में अभिषेक को ऑल इंडिया रैंक 10 हासिल हुआ और वे आईएएस बन गए। </p>