UPSC Success Story: तपस्या ने कोचिंग तो ज्वाइन कर ली लेकिन यूपीएससी के पहले प्रयास में ही प्रीलिम्स परीक्षा में फेल हो गई।
लॉ के बाद सिविस सर्विस की तरफ रुख
तपस्या का सफर नरसिंहपुर, मध्य प्रदेश से शुरू होता है। उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय से पूरी की और उसके बाद लॉ करने के लिए पुणे के इंडियन लॉ सोसायटी, लॉ कॉलेज में चली गई। लॉ करने के बाद तपस्या (UPSC Topper Tapasya Parihar) ने यूपीएससी की तरफ रुख करने का विचार किया और सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग ज्वाइन कर लिया। लेकिन यह कहना सरासर गलत है कि कोचिंग ज्वाइन कर लेना परीक्षा में सफलता की गारंटी है।
दूसरे प्रयास में मिली सफलता
तपस्या ने कोचिंग तो ज्वाइन कर ली लेकिन यूपीएससी के पहले प्रयास में ही प्रीलिम्स परीक्षा में फेल हो गई। अपने पहले प्रयास में असफलता के बाद तपस्या ने ठान लिया कि वे सेल्फ स्टडी करेंगी और लिस्ट में अपना नाम जरूर दर्ज करेंगी। उन्होंने अपनी स्ट्रेटेजी खुद बनाई और तय किया कि वे ज्यादा से ज्यादा नोट्स बनाएंगी और आंसर पेपर की मदद से पढ़ाई करेंगी। अपनी बेहतर स्ट्रेटेजी की मदद से तपस्या ने अपने दूसरे प्रयास में रैंक 23 हासिल कर सफलता प्राप्त कर ली।
पिता हैं किसान
तपस्या ऐसे पिछड़े गांव से आती है जहां केवल 800 लोग ही रहते हैं और साक्षरता दर 63 फीसदी है। उनके पिता विश्वास परिहार एक किसान हैं लेकिन जब तपस्या ने अपने घरवालों के सामने अपने यूपीएससी के सपने के बारे में बताया तो उन्हें परिवार वालों का पूरा सपोर्ट मिला। उनका यूपीएससी का सफर हमे बताता है कि हमारा बैकग्राउंड कैसा है और हम कितनी बार फेल होते हैं यह मायने नहीं रखता। मायने रखता है हमारा दृढ़-संकल्प और मेहनत।