Hansen Leadership Program 2023: पटना के एक दिहाड़ी मजदूर के 20 वर्षीय बेटे गौतम कुमार को अमेरिका के कैलिफोर्निया में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है। गौतम को 2023 हैनसेन लीडरशिप प्रोग्राम के लिए चुना गया है।
क्या है हैनसेन लीडरशिप प्रोग्राम?
कैलिफोर्निया के यूनिवर्सिटी ऑफ सैन डिएगो में स्थित हैनसेन लीडरशिप प्रोग्राम विश्व शांति और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए दुनिया भर के कुछ प्रेरणादायी युवाओं का चयन कर उन्हें प्रशिक्षित करता है। इस प्रोग्राम के अंतर्गत गौतम को पूर्ण छात्रवृत्ति मिली है जिससे उनके आने-जाने का हवाई किराया, रहने और खाने की व्यवस्था, स्थानीय परिवहन, स्वास्थ्य बीमा, वीजा शुल्क, आदि सहित पूरी लागत हैनसेन द्वारा उठाया जाएगा।
गौतम को भेजे गए स्वीकृति पत्र में हैनसेन लीडरशिप इंस्टीट्यूट के प्रबंध निदेशक डॉ ब्रैड फ्रैजियर ने लिखा कि आपके साथ आपकी यात्रा और आकांक्षाओं के बारे में बात करना और वे हैनसेन से कैसे संबंधित हैं, यह जानकर खुशी हुई। बधाई हो! हमें आपको सौहार्दपूर्वक आमंत्रित करते हुए बहुत खुशी हो रही है। कार्यक्रम जुलाई के महीने में 17 विभिन्न देशों के युवाओं को एक साथ अमेरिका के कैलिफोर्निया में आमंत्रित करेगा।
गौतम के बारे में जानिए
गौतम को राष्ट्रीय संगठन डेक्स्टेरिटी ग्लोबल द्वारा पहचाना गया और तब से उन्हें डेक्स्टेरिटी द्वारा निरंतर प्रशिक्षित किया गया है। डेक्सटेरिटी ग्लोबल एक राष्ट्रीय संगठन है जो शैक्षणिक अवसरों और प्रशिक्षण के माध्यम से भारत एवं विश्व के लिए नेतृत्व की अगली पीढ़ी तैयार करने में कार्यरत है। गौतम ने डेक्सटेरिटी ग्लोबल के नेतृत्व विकास कार्यक्रम डेक्सस्कूल और करियर विकास कार्यक्रम डेक्सटेरिटी टू कॉलेज में कठोर प्रशिक्षण प्राप्त किया। दो वर्ष पूर्व गौतम राष्ट्रीय समाचारों में थे जब उनका डेक्सटेरिटी टू कॉलेज फेलो के रूप में पूर्ण छात्रवृत्ति पर अशोका विश्वविद्यालय में चयन हुआ था। वह वर्तमान में कंप्यूटर साइंस के द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। गौतम के पिता संजय मांझी बिहार के मसौढ़ी में दिहाड़ी मजदूर और टोला सेवक के रूप में काम करते हैं। उनकी मां लगनी देवी गृहिणी हैं। गौतम अपने परिवार में हाई स्कूल पूरा करने और कॉलेज जाने वाले पहले सदस्य हैं।
इस प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय पटल पर चयनित होने पर गौतम ने कहा कि आज, जब मैं कैलिफोर्निया के प्रतिष्ठित 2023 हैनसेन लीडरशिप प्रोग्राम के लिए चुने गए एकमात्र भारतीय के रूप में खड़ा हूं, तो मैं मिश्रित भावनाओं से अभिभूत हूं। मेरी यात्रा के पीछे की प्रेरक शक्ति होने के लिए मैं डेक्सटेरिटी ग्लोबल संगठन का बहुत आभारी हूं। डेक्सटेरिटी ने मेरे जैसे बच्चों को बाधाओं को तोड़कर नेतृत्व की शक्ति प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। संगठन में प्राप्त निरंतर मार्गदर्शन और प्रशिक्षण के बिना मुझे यह अविश्वसनीय अवसर नहीं मिलता। मैं इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने, सीखने, आगे बढ़ने और सामाज में सकारात्मक प्रभाव लाने के लिए दृढ़ संकल्पित हूं। मैं भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए उत्साहित हूं, और मैं दुनिया में बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
डेक्सटेरिटी ग्लोबल के संस्थापक ने क्या कहा
प्रसिद्ध सामाजिक उद्यमी और डेक्सटेरिटी ग्लोबल के संस्थापक और सीईओ शरद विवेक सागर ने कहा कि पंद्रह साल पहले डेक्सटेरिटी ग्लोबल की स्थापना शैक्षिक अवसरों और विश्व स्तरीय प्रशिक्षण के माध्यम से अगली पीढ़ी को सशक्त करने के लिए की गई थी। गौतम जैसे डेक्सटर इस कठोर प्रक्रिया का परिणाम हैं और हमारे देश के बच्चों के लिए स्थानीय प्रेरणास्रोत हैं। वे दर्शाते हैं कि यदि हमारे देश में सबसे दूरस्थ बच्चे भी स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोत्तम अवसरों से जुड़े तो क्या संभव हो सकता है।