Success story: बड़ी बहन ने हर मुश्किल को किया आसान, जज बनीं मेरठ की शैली ने बताई सफलता की कहानी

मेरठ: कौन कहता है कि आसमान में छेद नहीं हो सकता, जरा एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो.जी हां, लक्ष्य निर्धारित हो और उसे पाने के लिए जुनून बरकरार रहे तो कोई बाधा आपकी मंजिल में रोड़ा नहीं अटका सकती है. आपके हौसलों को कोई भी परिस्थिति डिगा नहीं सकती है.

अपने सपने को साकार करने के लिए कुछ ऐसा ही कर दिखाया है मेरठ कंकरखेड़ा ड्रीम कॉलोनी में रहने वाली शैली नैन ने. अपनी लगन और कड़ी मेहनत से सिविल सेवा 2021 में 37वी रैंक हासिल कर माता-पिता का नाम रोशन किया है. वह जल्द ही हरियाणा की न्यायपालिका में बतौर जज लोगों को न्याय देते हुए नजर आएंगी.

Q- पढ़ाई के लिए कितना समय देती थीं?
A- पढ़ाई को लेकर कभी टाइम तो डिसाइड नहीं किए थे. लेकिन जिन सब्जेक्ट में कमजोर थी उन्हीं सब्जेक्ट में अच्छे से तैयारी की. सबसे ज्यादा मदद इस बात की मिली कि लॉ के 5 साल के बाद एलएलएम करते हुए जो भी सब्जेक्ट थे उनकी शुरू से ही अच्छे से तैयारी की. परीक्षा की तैयारी के लिए विभिन्न सब्जेक्ट के लिए दिन निर्धारित कर दिए. ताकि तैयारी करने में कोई परेशानी ना हो .

Q- तैयारी के समय कभी मनोबल कमोजर हुआ?
A- हां, राजस्थान में भी अप्लाई किया था. लेकिन कुछ नंबरों की वजह से चयन नहीं हो पाया था. लेकिन बड़ी बहन ने मनोबल बढ़ाया. उसके बाद हरियाणा के लिए अप्लाई किया. जिस भी विषय में कोई भी दिक्कत होती थी तो बहन उसके बारे में अच्छे से समझाती थी. वैसे तो पूरे परिवार का ही इस सफलता में महत्वपूर्ण योगदान है. लेकिन अगर किसी एक को श्रेय देना हो तो मेरी बड़ी बहन इसकी हकदार है.

Q- युवाओं के लिए कोई संदेश?
A- किसी भी परीक्षा की तैयारी करने के लिए घंटों-घंटों पढ़ने से अच्छा है, एक-एक सब्जेक्ट को लेकर दिन निर्धारित कर दें. ताकि जिस भी चैप्टर का अध्ययन कर रहे हैं उसकी बारीकियों के बारे में जान सकें.अगर हम घंटों में उलझ जाएंगे तो अच्छे से तैयारी नहीं कर पाएंगे. साथ ही कभी भी किसी भी परीक्षा में असफलता मिलने से ना घबराएं. क्योंकि, कई बार असफलता ही सफलता का राज छुपा होता है. इसलिए अपनी पढ़ाई पर शुरू से फोकस करें.

Q- स्कूली शिक्षा कहां से की?
A- हाईस्कूल सेंट फ्रांसिस कान्वेंट स्कूल से वर्ष 2014 में किया था. जिसमें 90.4 फ़ीसदी अंक प्राप्त किए. वहीं इंटर की पढ़ाई दीवान पब्लिक स्कूल से 98.4 फ़ीसदी के साथ की. राम मनोहर लोहिया यूनिवर्सिटी लखनऊ से बीए एलएलबी ऑनर्स प्रथम श्रेणी से पास की. इसके बाद चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर से एलएलएम की पढ़ाई पूरी की. परीक्षा की तैयारी करने के लिए दिल्ली के राहुल आईएएस कोचिंग का चयन किया.

बताते चलें कि शैली नैन के पिता सुरेंद्र पाल ने मंडलायुक्त कार्यालय मेरठ मंडल में सांख्यिकी अधिकारी हैं. वहीं माता किसान इंटर कॉलेज कंकरखेड़ा में प्रवक्ता हैं. भाई बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में रम्सा कोऑर्डिनेटर रहे और भाभी गुरु नानक गर्ल्स इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य हैं. बड़ी बहन भी पीएचडी कर रही हैं.