सिरमौर :— जिला सिरमौर के कालाअम्ब मे दी गयी हत्या की वारदात को एक तरफा प्यार मेे मदान्ध युवक ने कुछ इस प्रकार अंजाम दिया कि सुनने वालो की रूह भी कांप जाए। युवक ने 19 वर्षीय लडकी को मारकर बोरे में डालकर गहरी खाई मे फैक दिया था ऐसा पुलिस की प्रारम्भिक पूछताछ में खुलासा हुआ है।
इस वारदात की गुत्थी को सुलझाने में आई टी सैल की प्रमुख भूमिका भी रही जिसमें मामला संज्ञान में आते ही आई टी सेल के नितिश व अमरेन्दर ने प्रथम दृष्टया ही अन्देशा जता दिया था और दिन रात एक कर पूरा का पूरा आई टी सेल का तंत्र काम में जुट गया था।
इस घटनाक्रम की खासबात यह रही कि आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद पुलिस की हर गतिविधि पर लगातार नजरे बनाए हुए था।
गुमशुदगी के बाद पुलिस किसी गुमशुदगी वाले दृष्टिकोण से काम कर रही थी किन्तु शव मिलने के बाद पूरी की पूरी योजना चौपट हो गयी और पुलिस का पूरा का पूरा तंत्र अतिरिक्त् पुलिस अधीक्षक बबीता राणा के एक एक आदेश, सुझाव, एंगल और निर्देशो का अक्षरश: पालन करता रहा और समय समय सुझाव आदि भी देता रहा।
पुलिस को शव मिलने के बाद मौका मुआयना कर यह तो अन्देशा हो ही गया था कि आस पास का ही कोई व्यक्ति् है। जो इस रास्ते को जानता पहचानता है जहां शव को फैका गया था। पूछताछ में पता चला कि लडकी पडोस में दूध लेने जाती थी और दूध लेते समय लडकी के मुंह से निकल गया कि नानी की मौत हो गयी है उसे दूध जल्दी दे दो वह घर पर अकेली है और मम्मी पापा है नही। अकेलेपन होने की घात लगाए बैठे युवक ने यह बात सुन ली और मौका पर उसके घर में मौका देखकर चला गया। और लडकी से शादी की बात करने लगा। हालांकि लडकी का रिश्ता कही ओर हो गया थाओर लडकी ने स्पष्ट तौर पर उसे मना कर दिया और कह दिया कि उसका रिश्ता कही ओर हो गया है वह माता पिता की मर्जी से ही शादी करेगी। किन्तु युवक नही माना और बात हाथापाई परउतर आई लडकी सिर दिवार से टकराया और मामूली अचेतावस्था के बाद युवक ने गला दबाकर लडकी को मार डाला औरफिर बोरे में डालकर घर से थोडी ही दूरी पर पहाडी के नीचे खाई में लाश को फैक दिया।
आई टी सेल कई नम्बरो पर पैनी नजर बनाए हुए था और वारदात का समय और फोन कालिंग, मेसेज आदि आदि पर नजर बनाए हुए था और घटना के समय लगभग तीन घन्टे तक कोई मैसेज ना आना और ना जाना और ना ही कोईफोन काल आदि आदि देखकर शक हो गया पिछली हिस्ट्री फोन की निकाली गयी तो धीरे धीरे शक विश्वास में परिवर्तित होता दिखाई दिया औरपूछताछ के लिये राउण्डअप कर लिया पडोस के युवक को बारबार पूछताछ और थोडी सी क्रास क्वश्चनिंग के बाद युवक टूट गया और हत्या कबूल कर ली और फिर पूरा का पूरा वाकया सुना डाला बताया कि वह उससे बेइन्तहा प्यार करता था और शादी के लिये दवाब बना रहा था किन्तु उसकी शादी उसके माता पिता ने कही और तय कर दी थी जिस कारण वह गुस्से में था। और घटना को अंजाम दिया।
इस प्रकरण में कालाअम्ब पुलिस के इंचार्ज योगिन्दर ने अपनी टीम के साथ लगभग आठ से दस बार मौका मुआयना किया और जब फारेन्सिक की टीम नही पहुची क्राइम स्पोट पर पुलिस का पहरा बिठा दिया ताकि किसी भी प्रकार कोई भी सबूत खुर्द बुर्द ना हो जाए।
प्रथम दृष्टया दुष्कर्म की बात सामने नही आई है अभी फारेन्सिक की रिपोर्ट आनी बाकी है। और सिरमौर पुलिस ने इस ब्लाइण्ड मर्डर मिस्ट्री को मात्र तीन दिनो में साल्व कर सफलता कायम की है। जिसका श्रेय काला अम्ब पुलिस, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बबीताराणा और पुलिस के आई टी सैल का जाता है।