Jalpaiguri incident : विजयदशमी के अवसर पर जलपाईगुड़ी जिले में माल नदी में प्रतिमा विसर्जन के दौरान अचानक बाढ़ आने से अब तक 10 लोगों की डूबने से मौत हो गई। इसके अलावा कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीम राहत कार्य में लगी है।
जलपाईगुड़ी: विजयदशमी के अवसर पर जलपाईगुड़ी जिले में माल नदी में प्रतिमा विसर्जन के दौरान अचानक बाढ़ आने से अब तक 10 लोगों की डूबने से मौत हो गई। इसके अलावा कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीम राहत कार्य में लगी है। लापता लोगों में कई बच्चे और बड़े शामिल हैं। इस घटना को लेकर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है। घटना को लेकर पूरे राज्य में शोक की लहर छा गई है। इधर लगातार बारिश के कारण राहत कार्य में बाधा पड़ रही है। एनडीआरएफ,एसडीआरएफ,पुलिस और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य में लगी हुई । घटना को लेकर जलपाईगुड़ी की जिलाधिकारी मोमिता गोदरा बसु ने कहा कि नदी में अचानक आयी बाढ़ में कई लोग बह गए। अभी तक 10 शव बरामद हुए हैं और हमने करीब 50 लोगों को सुरक्षित निकाला है। अभी भी राहत कार्य जारी है।
रात 8.30 हुआ हादसा
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बुधवार रात 8.30 बजे यह हादसा हुआ। मां दुर्गा विसर्जन करने गए कई लोग माल नदी में बाढ़ में बढ़ गए। कोई निकलने का प्रयास करता उसके पहले नहीं की धारा इतनी तेज थी कि एक पल में सब नदी में समा गए। नदी में बचाओ बचाओ की चीख पुकार मच गई।कितने लोग डूबे थे अभी तक यह पता नहीं चल पाया है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि वहां 50 से अधिक लोग थे। मरने वालों में चार महिलाएं शामिल हैं।
घटनास्थल पर पहुंचे मंत्री
माल नदी में विसर्जन के दौरान होने वाली दुर्घटना पर पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के राज्य मंत्री बुलु चिक बारिक पहुंचे। वह माल विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी हैं। उन्होंने राहत कार्य कर रही टीम के लोगों से बातचीत की। आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कई लोग अभी भी लापता हैं। मंत्री ने कहा कि तेज धारा में कुछ समझ में आने से पहले ही कई लोग बह गए मंत्री ने यह भी कहा कि घटना के वक्त सैकड़ों लोग मौजूद थे कितने लोग लापता हैं यह भी नहीं पता चल पा रहा है।
स्थानीय लोगों ने अस्पताल में की तोड़फोड़
इस घटना के बाद बचाव कार्य के दौरान लोगों को निकालने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। वहां कुछ लोंगों को मृत घोषित कर दिया गया। इसे लेकर स्थानीय निवासियों ने माल अस्पताल में भी तोड़फोड़ भी। बाद में भारी पुलिस बल ने जाकर स्थिति को नियंत्रित किया।