कैथल. हरियाणा के सुल्तान झोटे की मौत को आज एक साल पूरा हो गया. कैथल का सुल्तान आज ही के दिन इस दुनिया से चल बसा था. सुल्तान की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी. कैथल के बुढ़ाखेड़ा गांव के सुल्तान बुल ने कैथल का ही नहीं, बल्कि पूरे हरियाणा का नाम रोशन किया था. सुल्तान के मालिक नरेश का कहना है कि सुल्तान जैसा ना कोई था और शायद ना कोई होगा. उसी की वजह से आज पूरे हरियाणा में लोग हमें जानते हैं.
बता दें कि नरेश ने सुल्तान को बचपन से पाला था. उसको अपने बच्चे की तरह लाड़-दुलार दिया, लेकिन आज एक साल बाद भी उसके चले जाने के बाद परिवार में एक कमी महसूस होती है. खाली खूंटा नरेश को दुखी करता है. जब उन्हें सुल्तान की याद आती है तो वो उसकी तस्वीर निहारते रहते हैं और उसे मिले अवार्ड देखते रहते हैं.
पशु मेलों में सुल्तान ने मचाया था तहलका
पशु मेलों में तहलका मचाने वाले सुल्तान ने नरेश व उसके परिवार को इतना नाम दिलाया कि आज हर कोई इन्हें सुल्तान की वजह से ही जानता है. हर एक प्रतियोगिता में सुल्तान ने झंडे गाड़े थे. यहां तक कि हरियाणा की म्यूजिक एलबम मे भी सुल्तान ने अपना रोल अदा किया था. नरेश का कहना है कि सुल्तान के चले जाने का दुःख इतना है कि उसकी याद दिल से जाती ही नहीं. नरेश का कहना है कि सुल्तान की कमी कभी पूरी नहीं होगी.
मालिक के सामने ही तोड़ा था दम
नरेश की आंखों के सामने ही सुल्तान की दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई थी. यह दुख असहनीय था. उनकी मौत पर दुख जताने पशु प्रेमी दूर दूर से पहुंचे थे. बता दें कि राजस्थान के पुष्कर मेले में एक पशु प्रेमी ने सुल्तान की कीमत 21 करोड़ रुपए लगाई थी, लेकिन नरेश ने कहा कि सुल्तान उसके बेटे जैसा है और बेटों की कोई कीमत नहीं हुआ करती. नरेश और उसके भाई सुल्तान की देखभाल अपने बेटे की तरह ही करते थे.