Sultanganj bridge News: सुल्तानगंज के अगवानी गंगा घाट पर बने पुल के गिरने पर बिहार के डेप्युटी सीएम और पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव ने अपनी सफाई दी है। तेजस्वी यादव ने कहा कि पहले भी यह पुल आंधी में गिर गया था, जिसके बाद IIT रुड़की में पाया गया कि इसके पूरे डिजाइन में गड़बड़ी है। इसलिए मैंने पूरे पुल को गिराकर दोबारा से बनवाने की बात कही है।
तेजस्वी ने कहा कि अगवानी घाट सुल्तानगंज ब्रिज को लेकर IIT रुड़की की रिपोर्ट को दिखाते हुए कहा कि आंधी तूफान के चलते 13 अप्रैल को 2022 को जो पुल गिरा उसका तकनीकी कारण है। पुल के पूरे डिजाइन का रिव्यू किए जाने के बाद पता चला कि बिहार पथ निर्माण विभाग ने इस पुल के निर्माण में स्ट्रक्चरल डिजाइन के सारे सेगमेंट को तोड़ा। तेजस्वी ने दोहराया कि मैंने विधानसभा में दिए जवाब में भी कहा था कि दुर्घटना होने के क्षतिग्रस्त हो चुके पुल की जांच IIT रुड़की द्वारा कराकर पुन: उक्त स्पेल को तोड़कर नये सिरे से तैयार करने का कार्य प्रगति पर है। हम लोगों को शंका था कि हमने हम लोगों ने कई सेगमेंट को ध्वस्त कर दिया। पियर नंबर पांच में IIT रुड़की की रिपोर्ट भी आनी है। हम लोगों को पहले से ही शंका थी कि इसके डिजाइन में फॉल्ट है। इसके निर्माण में काफी स्ट्रक्चरल चीजें ब्रेक की गई। हम लोगों का निर्णय था कि पूरी तरीके से निर्माणाधीन पुल को तोड़कर पुन: कार्य को प्रारंभ करेंगे।
परबत्ता के विधायक को पहले से था अंदेशा
परबत्ता से विधायक डॉक्टर संजीव कुमार ने कहा कि इस पुल के गिरने को लेकर उन्हें पहले से अंदेशा था। अच्छी बात यह है कि यह पहले ही गिर गया। अगर यह बनकर चालू होने के बाद गिरता तो ना जानें कितने लोगों की मौत होती। मेरे हिसाब से कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्टर डायरेक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि आलोक झा वहां करप्शन में लिप्त हैं। वहां पर अब तक हादसों की वजह से करीब 24 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
सीएम नीतीश का ड्रीम प्रोजेक्ट है यह पुल
बता दें कि बिहार के भागलपुर जिले में रविवार को गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा ढह गया। भागलपुर को खगड़िया जिले से जोड़ने वाले अगुवानी-सुल्तानगंज पुल के गिरने से किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। यह हादसा उस वक्त हुआ जब अगुवानी-सुल्तानगंज निर्माणाधीन पुल के चार-पांच खंभे गंगा नदी में गिर गये। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भवन निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को मामले की पड़ताल के लिए एक जांच समिति गठित करने और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। यह पुल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है। यह करीब 1710 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा है।