आज के समय में नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) का नाम बॉलीवुड के टॉप सिंगर्स में लिया जाता है. उनके गाये हुए पेपी सॉन्ग्स आते ही हिट हो जाते हैं. अपने म्यूजिक एलबम्स के साथ-साथ नेहा इंडियन आइडल 12 (Indian Idol 12) से भी जज के तौर पर जुड़ी हुई हैं.
अपनी मेहनत से सफ़लता तक पहुंची नेहा कक्कड़ की शुरुआत काफ़ी मुश्किलों से भरी रही. 4 साल की उम्र से घर चलाने के लिए गाने गा रही नेहा का अब तक का सफ़र प्रेरणा से भरा है.
एक कमरे के किराए के घर रहता था 5 लोगों का परिवार
नेहा का जन्म उत्तराखंड के ऋषिकेश में हुआ. परिवार में कमाने वाले पिता ही थे. वो ऋषिकेश के एक कॉलेज के बाहर समोसे बेचते थे. सीमित आय में घर चलाना और तीन बच्चों की परवरिश मुश्किलों भरी रही होगी. नेहा और उनकी बहन सोनू कक्कड़ बचपन से ही जगरातों में गाने लगीं. और यहां से होने वाले कमाई से घर चलाने में मदद करती.
कई रिपोर्ट्स में ये भी सामने आया है कि दोनों बहनों ने लम्बे समय तक जगरातों में भजन गा कर ही पैसे कमाए. इससे एक अच्छी चीज़ ये हुई कि इलाके में दोनों का नाम हो गया.
हाल ही में नेहा अपने उस एक कमरे के किराए वाले घर को देखने गई थी. तस्वीरें साफ़ बता रही थी कि उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए कितना लम्बा सफ़र तय किया है. हालांकि अब नेहा ने ऋषिकेश में ही एक बंगला ले लिया है.
इंडियन आइडल से हुई शुरुआत
कॉलेज के दौरान नेहा ने इंडियन आइडल के दूसरे सीज़न में भाग लिया. यहां वो टॉप कंटेस्टेंट तक तो नहीं बन पाई लेकिन इसके बाद से ही से बॉलीवुड में अपना सिक्का जमाने की सोच उनके मन में आ चुकी थी. इस शो के कुछ समय बाद नेहा ने अपनी एक एल्बम भी निकाली. ये एल्बम 2008 में आई थी.
कॉकटेल ने दिलवाई शुरुआती सफलता
2012 में आई सैफ़-दीपिका पादुकोण की फ़िल्म ‘कॉकटेल’ में नेहा को ब्रेक मिला. इस फ़िल्म में उन्होंने ‘सेकंड हैंड जवानी’ नाम से एक गाना गाया. ये गाना बेहद पॉपुलर हुआ. इसके फ़ौरन बाद आई ‘यारियां’ फ़िल्म में उन्होंने ‘आज ब्लू है पानी…’ गाया था. ये गाना भी लम्बे समय तक हिट रहा. अब बॉलीवुड में नेहा की गाड़ी चल चुकी थी. उसके बाद उन्होंने कई सुपरहिट गाने दिए. पिछले कुछ साल में नेहा का नाम लगभग हर हिट गाने से जुड़ा है.
मां नहीं चाहती थी कि नेहा जन्म ले
ये खुलासा नेहा के भाई और सिंगर टोनी कक्कड़ ने हाल ही में किया. उन्होंने बताया कि कैसे उनके मां-बाप के लिए परिवार को पालना मुश्किल था. जब नेहा उनकी मां के पेट में थी, तो उन्होंने अबॉर्शन करवाने की सोची थी, लेकिन गर्भावस्था को लम्बा समय हो गया था इसलिए उन्होंने ये फ़ैसला टाल दिया, मुश्किल वक़्त में लिया गया उनका ये फ़ैसला आज नेहा के रूप में सफ़लता की सारी ऊंचाई छू चुका है.