जापान (Japan) में रविवार को सुपर टायफून नानमाडोल (Super Typhoon Nanmadol) टकरा गया। यह तूफान आफत बनकर बरसा है। मौसम विभाग की तरफ से इसे सबसे खतरनाक तूफान करार दिया गया है। मौसम विभाग ने इसके आने से पहले एक खास चेतावनी जारी की थी। साथ ही 20 लाख लोगों को कहीं और चले जाने को कहा गया था।
साल का 14वां तूफान
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, मियाजाकी प्रान्त में एक बाढ़ग्रस्त खेत में डूबी एक कार से निकाले जाने के बाद एक अन्य व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया गया। मियाजाकी प्रीफेक्चुरल अधिकारी के अनुसार, 40 साल के एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना मिली थी, जब उसका केबिन भूस्खलन से नष्ट हो गया था। साल का 14वां तूफान सोमवार दोपहर यामागुची प्रान्त के हागी के पास करीब 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा था। इसके केंद्र में 975 हेक्टोपास्कल का वायुमंडलीय दबाव था, जिसमें अधिकतम 162 किलोमीटर प्रति घंटे के साथ 108 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलती थीं।
कई लोग घायल
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि, खराब मौसम के बीच 70 से अधिक लोग घायल हो गए, सोमवार को क्यूशू में बुलेट ट्रेनों को निलंबित कर दिया गया और देश की दो प्रमुख एयरलाइंस एएनए और जापान एयरलाइंस द्वारा लगभग 600 उड़ानें रद्द कर दी गईं। जापान के मौसम विज्ञान एजेंसी द्वारा तेज हवाओं, उच्च ज्वार और मडस्लाइड के लिए चेतावनी जारी करने के साथ, तूफान के मंगलवार तक जापान के सबसे बड़े द्वीप, होंशू में यात्रा करने की उम्मीद है।
बिजली भी गुल
रविवार की रात दसियों हजार लोगों ने आपातकालीन आश्रयों में बिताई और लगभग 350,000 घरों में बिजली नहीं थी। प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा ने न्यूयॉर्क की यात्रा में देरी कर दी है, जहां वह तूफान के प्रभाव की निगरानी के लिए मंगलवार तक संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण देने वाले हैं। जापान के मौसम विभाग की तरफ से कोगोशिमा क्षेत्र में बसे लोगों के लिए चेतावनी जारी की गई थी। यह चेतावनी तब आई जब मौसम विभाग ने दशकों बाद इस तरह का अलर्ट जारी किया। ओकिनावा क्षेत्र के बाहर यह पहला तूफान है जिसके लिए खास तरह से चेतावनी जारी हुई है।
तूफानों को झेलता जापान
साल 2013 के बाद से ऐसी स्थिति इस ओकिनावा के बाहर देखी गई है। जापान में हर साल देश में करीब 20 तूफान आते हैं। इनकी वजह से भारी बारिश की वजह से भूस्खलन और बाढ़ एक आम बात हो गई है। साल 2019 में टायफून हगीबिस ने जापान में दस्तक दी थी। उस साल जापाल रग्बी वर्ल्ड कप का आयोजन कर रहा था। उस तूफान ने 100 लोगों की जान ले ली थी। इसके अलावा 2018 में बाढ़ और भूस्खलन में 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। तूफान नानमाडोल के आने से पहले ही कई फ्लाइट्स कैंसिल हो चुकी हैं।