ठग सुकेश चंद्रशेखर से सुप्रीम कोर्ट का सवाल- जब जेल में बंद थे तो किसने ठगे पैसे? उन जेल अधिकारियों के नाम बताएं

नई दिल्ली: शातिर ठग सुकेश चंद्रशेखर के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने इस बात पर हैरानी जताई कि ठगी के इस गोरखधंधे में जेल स्टाफ सुकेश के पे रोल पर काम करता रहा और जांच एजेंसी को इस रैकेट का पता लगाने में दो साल से ज्यादा लग गए. कोर्ट से सुकेश के वकील ने कहा कि उल्टे उसके मुवक्किल सुकेश से ही 12 करोड़ रुपए से ज्यादा ठगी कर ली गई.

सुकेश चंद्रशेखर मामले में सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई (फाइल फोटो)

कोर्ट ने सीधा सवाल किया कि तुम तो पत्नी सहित जेल में थे. किसने और कैसे तुमसे ठग ली इतनी बड़ी रकम? सुकेश के वकील ने कहा कि मुलाकात के समय जो लोग आते थे उनके जरिए मैं पैसे भिजवाता था. कोर्ट में जस्टिस ललित ने पूछा तो आप मुलाकात के बहाने अपना आपराधिक सिंडिकेट चला रहे थे? कोर्ट ने सुकेश के वकील से कहा कि जिन लोगों के जरिए डील की गई और करोड़ों रुपए के पेमेंट दिए गए उनके नाम कोर्ट को बताएं.

अब कोर्ट 26 जुलाई को मामले की सुनवाई करेगा. कोर्ट ने आदेश में कहा कि सुकेश दस दिनों में कोर्ट को ये बताए कि वो जेल में मुलाकात की आड़ में किनके जरिए किस किस को रकम भिजवा रहा था? अब इस मामले में सुकेश चंद्रशेखर को रिस्पॉन्स दाखिल करना है. सुकेश का आरोप था कि तिहाड़ जेल के अधिकारी उससे उगाही कर रहे थे.

इससे पहले ठग सुकेश चंद्रशेखर ने अपनी और पत्नी को जान के खतरे के आधार पर तिहाड़ जेल से स्थानांतरित करने का अनुरोध करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. चंद्रशेखर की ओर से पेश वरिष्ठ वकील आर बसंत ने कहा कि उन्हें महानिदेशक (दिल्ली जेल) के अधिकार क्षेत्र से बाहर स्थानांतरित किया जाए क्योंकि उनके मुवक्किलों से उगाही की जा रही है और धमकी दी जा रही है.

हाल ही में तिहाड़ जेल में बंद महाठग सुकेश चंद्रशेखर को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ था कि वह जेल के अंदर रहकर बाहर की दुनिया के संपर्क में है. तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने दावा किया है कि सुकेश चंद्रशेखर ने जेल से कुछ पेपर बाहरभिजवाए थे, जो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए. इस काम में उसकी मदद एक नर्सिंग स्टाफ ने की थी.