सुशांत सिंह राजपूत… एक ऐसा नाम जिसने अपनी अदाकारी, अपनी सोच, अपनी बातों से कई लोगों की ज़िन्दगी में जगह बना ली. आज भले ही वो सितारा हम सब से दूर है, लेकिन उन्होंने अपनी ज़िन्दगी में ऐसा बहुत कुछ किया जिससे हम सबके लिए लाइफ़ लेसन्स से कम नहीं हैं. सुशांत सिंह राजपूत से अगर हम कुछ सीख सकते हैं तो वो है सपने देखने की हिम्मत करना और उन्हें सच करने के लिए मेहनत करना. Sushant Singh Rajput एक अच्छे एक्टर हैं और इसीलिए हम उनकी इन फ़िल्मों को पसंद कर पाए. सुशांत हम सब के लिए अपनी फ़िल्मों के ख़ूबसूरत पिटारा रख गए हैं.
सुशांत सिंह राजपूत की बेहतरीन फ़िल्में-
1. छिछोरे (Chhichhore)
ये फ़िल्म 2019 में आई थी और इस फ़िल्म के ज़रिये ऑडियंस ने उन्हें आख़री बार पर्दे पर देखा था. फ़िल्म में उनका किरदार निराशा से जूझ रहे अपने बेटे को ज़िंदादिली सिखाता है, ज़िन्दगी जीने और कभी हार न मानने की सीख देता है.
2. सोनचिरैया (Sonchiriya)
चम्बल के डाकुओं पर बनी इस फ़िल्म में सभी बढ़िया एक्टर्स थे. मनोज बाजपेयी से लेकर रणवीर शोरी तक. एक डाकू के रूप में सुशांत के काम की ख़ूब तारीफ हुई.
3. डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी (Detective Byomkesh Bakshi)
दिबाकर बनर्जी की इस फिल्म में सुशांत लीड रोल में थे. पहले से रंजीत कपूर को डिटेक्टिव ब्योमकेश के रोल में देख चुके लोगों के लिए सुशांत एक सरप्राइज़ पैकेज की तरह थे. ये फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर तो नहीं चली लेकिन धीरे-धीरे इसने अपने फैन्स बना लिए हैं.
4. M.S. Dhoni: The Untold Story
ये फ़िल्म और ये किरदार सुशांत के फ़िल्मी करियर का सबसे बड़ा कीर्तिमान था. धोनी के किरदार को निभाने के लिए सुशांत ने कड़ी तपस्या की और वो फ़िल्म में दिखा भी. उन्होंने धोनी को सिल्वर स्क्रीन पर जीवित पर दिया था
5. काई पो छे (Kai Po Che)
इस फ़िल्म से सुशांत ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था. ये फ़िल्म चेतन भगत की किताब, ‘थ्री मिस्टेक्स ऑफ़ माय लाइफ’ पर बनी थी. सुशांत के अलावा फ़िल्म में राजकुमार राव, अमित सध भी थे.
6. पीके (PK)
आमिर खान और अनुष्का शर्मा स्टारर इस फ़िल्म में सुशांत का रोल छोटा लेकिन यादगार था. सरफ़राज़ को कोई भूल नहीं पाया. पीके आज के समय में धर्म पर एक तरह की कमेंटरी थी. धर्म जैसे विषय पर बनी ये फ़िल्म अच्छी होने के बावजूद काफ़ी विवादों में फंसी. लेकिन, इसके सब्जेक्ट को सभी ने पसंद किया.
7. केदारनाथ (Kedarnath)
अभिषेक कपूर की इस फ़िल्म में सुशांत केदारनाथ की पहाड़ियों पर रहने वाले मुस्लिम पोर्टर बने थे, जो लोगों को लाद कर केदारनाथ के दर्शन करने ले जाता है. फ़िल्म के सब्जेक्ट को इतनी चर्चा नहीं मिली लेकिन सुशांत की एक्टिंग लोगों को काफ़ी पसंद आई.