इंग्लैंड के खिलाफ हार के बावजूद राहुल द्रविड़ ने भारतीय खिलाड़ियों का बचाव किया। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड की टीम अच्छा खेली और मैच जीत गई, लेकिन भारत का प्रदर्शन खराब नहीं था।
टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा है। इस मुकाबले में 168 रन बनाने के बावजूद टीम इंडिया यह मुकाबला 10 विकेट से हार गई। इस मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय कोच राहुल द्रविड़ ने स्वीकार किया कि यह नतीजा निराश करने वाला था, लेकिन उन्होंने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन बहुत खराब नहीं था। इस दौरान द्रविड़ ने अपनी टीम का बचाव किया। उनका कहना था कि इंग्लैंड की टीम ने बेहतर खेल दिखाया। इस वजह से मैच जीतने में सफल रही।
द्रविड़ ने बताया कि भारतीय गेंदबाजों ने आगे गेंदबाजी करके विकेट लेने की कोशिश की, लेकिन इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने बेहतर खेल दिखाया। ऑस्ट्रेलिया के बाकी मैदानों की तुलना में गेंद एडिलेड में कम स्विंग करती है और दूसरी पारी में बल्लेबाजी भी थोड़ी आसान थी। जोस बटलर और एलेक्स हेल्स जैसे खिलाड़ियों ने इस मौके का फायदा उठाते हुए एकतरफा अंदाज में अपनी टीम को जीत दिला दी।
द्रविड़ ने कहा “मुझे लगता है कि उन्होंने हमारे ऊपर दबाव बनाया और उसे कम नहीं होने दिया। जब हमारे स्पिनर गेंदबाजी के लिए आए तो हमें लगा कि वह मैच को हमारे नियंत्रण में लाएंगे, लेकिन उन्होंने हमारे स्पिन गेंदबाजों पर भी बेहतरीन तरीके से रन बटोरे और उन पर दबाव बना दिया।”
बल्लेबाजों की गलती भी स्वीकार की
इस मैच में जोस बटलर और एलेक्स हेल्स ने 170 रन की साझेदारी कर इंग्लैंड को एतिहासिक जीत दिलाई और एकतरफा अंदाज में मैच खत्म किया, लेकिन यह मैच कभी भी इंग्लैंड की पहुंच से बाहर नहीं था। द्रविड़ ने कहा “हम उन टीमों में से हैं, जो इन हालातों में भी आमतौर पर 180 या उससे ज्यादा का स्कोर बनाते हैं। इस टूर्नामेंट में भी हमने दो या तीन बार ऐसा किया था। हम अच्छा खेल रहे थे। मैच की शुरुआत में बल्लेबाजों ने कहा कि पिच थोड़ी धीमी थी, लेकिन इंग्लैंड ने शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने सही टप्पे पर गेंदबाजी की, हमें रन बनाने का मौका नहीं दिया। 15 ओवर के बाद हमने महसूस किया था कि हम 15-20 रन पीछे हैं, लेकिन आखिरी पांच ओवर में हमने अच्छी बल्लेबाजी की।”
द्रविड़ ने आगे कहा कि हार्दिक ने इस मैच में शानदार गेंदबाजी की। मैच खत्म होने के बाद लगा कि हमने बहुत कम रन बनाए थे, लेकिन मेरा मानना है कि ऐसा नहीं था। हमें इस विकेट पर कम से कम 180-185 रन बनाने थे। अगर यह स्कोर बनाने के बाद हम शुरआत में एक विकेट लेते तो मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था।