T20 World Cup 2022: जिसके हाथों में है चैंपियन बनाने की कमान, उनके प्रदर्शन को लेकर टीम परेशान

T20 World Cup 2022 से पहले कप्तानों ने बढ़ाई कुछ टीमों की टेंशन, जानिए कैसे. (T20 World Cup Twitter)

T20 World Cup 2022 से पहले कप्तानों ने बढ़ाई कुछ टीमों की टेंशन, जानिए कैसे.

नई दिल्ली. ऑस्ट्रेलिया में टी20 वर्ल्ड कप-2022 का आगाज हो गया है. अगले 29 दिन तक 16 टीमें इस खिताब के लिए जोर आजमाइश करेंगी. डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया अपने घर में खिताब का बचाव कर पाएगा या नई टीम इस बार चैंपियन बनेगी? इसके लिए 13 नवंबर तक का इंतजार करना पड़ेगा. क्योंकि इसी दिन मेलबर्न में टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल खेला जाएगा. टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले ही भारत समेत कई टीमों को स्टार खिलाड़ियों के टूर्नामेंट से बाहर होने से बड़ा झटका लगा है. सिर्फ स्टार खिलाड़ी की चोट ही नहीं, बल्कि जिसके हाथों में टीम को चैम्पियन बनाने की कमान है, उनके प्रदर्शन को लेकर भी टीम परेशान होगी.

यहां हम कप्तानों की बात कर रहे हैं, जिनका प्रदर्शन पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के बाद से उतना अच्छा नहीं रहा है. हालिया फॉर्म को देखते हुए तो इक्का-दुक्का कप्तानों की स्थिति ऐसी है कि प्लेइंग-XI में भी उनकी जगह सवालों के घेरे में हैं. आखिर कौन सी टीम के लिए कप्तान परेशानी का सबब बने हुए हैं. आइए एक-एक कर जानते हैं.

बावुमा पर होगा दबाव
दक्षिण अफ्रीका को टी20 की बेस्ट टीम माना जाता है. लेकिन, वनडे वर्ल्ड कप की तरह ही यह टीम टी20 विश्व कप नहीं जीत पाई है. दक्षिण अफ्रीका आज तक फाइनल में भी नहीं पहुंचा है. इस बार टीम इतिहास बदलने के इरादे से पहुंची तो है, लेकिन कप्तान टेम्बा बावुमा का टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले दिया गया यह बयान कि फैंस को हमारी टीम से बहुत ज्यादा उम्मीदें नहीं है, अफ्रीकी टीम की सोच बताने के लिए काफी है. बावुमा का खुद का फॉर्म भी टीम की चिंता बढ़ाने वाला है. वो कोहनी की चोट से वापसी के बाद से लय हासिल करने में अब तक नाकाम रहे हैं और खुद भी दबाव में हैं.

कप्तान बावुमा ने बढ़ाई द.अफ्रीका की टेंशन
बावुमा ने बीते 1 साल में 12 टी20 में 17.22 की औसत से 155 रन ही बनाए हैं, जो उनके करियर औसत 24 से काफी कम है. वैसे, टी20 में औसत बहुत ज्यादा मायने नहीं रखता. इस फॉर्मेट में स्ट्राइक रेट की अहमियत होती है. लेकिन, इस पैमाने पर भी बावुमा खरे नहीं उतरे हैं. इस साल उन्होंने 7 टी20 खेले हैं. इसमें दो में तो खाता तक नहीं खोल पाए. टी20 विश्व कप से पहले भारत के खिलाफ हुई टी20 सीरीज में तो बावुमा तीन मैच में 3 रन बना पाए. दो में तो वो खाता तक नहीं खोल पाए. ऐसे में कप्तान बावुमा के प्रदर्शन ने टी20 विश्व कप से पहले दक्षिण अफ्रीका टीम की टेंशन बढ़ाई हुई है.

रोहित की कप्तानी हिट, बल्लेबाजी ने बढ़ाई परेशानी
भारत ने 2022 में किसी भी टीम से ज्यादा टी20 खेले हैं और रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत की जीत का सिलसिला भी थमा नहीं है. भारत ने इस साल 32 टी20 में से 23 जीते. यानी 74 फीसदी टी20 में जीत हासिल की. टी20 वर्ल्ड कप से पहले यह रिकॉर्ड टीम का विश्वास बढ़ाने वाला है. फिर भी, एक परेशानी ऐसी है, जिसने टीम इंडिया की टेंशन बढ़ा रखी है. वो है कप्तान रोहित शर्मा का हालिया फॉर्म.

बावुमा की तरह ही रोहित भी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई टी20 सीरीज में रन बनाने के लिए संघर्ष करते नजर आए. वो दो मैच में खाता तक नहीं खोल पाए. पिछले साल टी20 विश्व कप से अब तक रोहित ने 31 टी20 में 30 की औसत से 873 रन बनाए हैं. इस साल उन्होंने 23 टी20 खेले हैं. लेकिन, दो अर्धशतक ही लगा पाए हैं जबकि वो पारी की शुरुआत करते हैं और उनके पास बड़ा स्कोर बनाने के मौके ज्यादा होते हैं. लेकिन, वो अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पा रहे हैं.

फिंच ने खराब फॉर्म के कारण वनडे से संन्यास लिया
ऑस्ट्रेलिया डिफेंडिंग चैम्पियन के रुतबे के साथ टी20 विश्व कप में उतरेगा. घर में टूर्नामेंट होने की वजह से ऑस्ट्रेलिया को फेवरेट माना जा रहा है. लेकिन, ऑस्ट्रेलिया भी उसी परेशानी से जूझ रहा है, जिससे भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीम दो-चार हो रही. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरॉन फिंच रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. बीते 1 साल में फिंच ने 24 टी20 में 23 की औसत से 540 रन बनाए हैं. यह उनके टी20 करियर औसत 34 से बहुत कम है. पिछले 10 टी20 में उनके बल्ले से एक ही अर्धशतक निकला है. इसी फॉर्म के कारण उन्होंने वनडे क्रिकेट से संन्यास भी ले लिया और टी20 विश्व कप से ठीक पहले कैमरन ग्रीन के लिए टॉप ऑर्डर छोड़कर मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी के लिए भी उतरे जबकि ग्रीन विश्व कप की टीम में शामिल ही नहीं थे.

केन विलियम्सन भी फॉर्म से जूझ रहे
पिछले साल केन विलियम्सन की कप्तानी में न्यूजीलैंड की टीम टी20 विश्व कप का फाइनल खेली थी. लेकिन, खिताब जीतने से चूक गई थी. इस साल उसके पास पहली बार खिताब जीतने का अच्छा मौका है. टी20 में टीम का प्रदर्शन भी इस साल शानदार रहा है. कीवी टीम ने 15 में से 12 यानी 80 फीसदी मैच जीते हैं. हालांकि, तमाम अच्छी बातों के बावजूद एक बात से कीवी टीम की टेंशन बढ़ी होगी. वो है, कप्तान केन विलियम्सन का हालिया फॉर्म. कोहनी की चोट के कारण बीते 1 साल में विलियम्सन बहुत ज्यादा क्रिकेट नहीं खेले हैं. उन्होंने इस साल पहला टी20 ही अगस्त महीने में खेला है. वो इस साल सिर्फ 7 टी20 ही खेल पाए हैं. इसमें उन्होंने एक अर्धशतक जड़ा है.

विलियम्सन का स्ट्राइक रेट भी एक परेशानी है. हालांकि, हाल ही में खत्म हुई ट्राई सीरीज के आखिरी मैच में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ अर्धशतक ठोका था. इससे उनका और टीम का आत्मविश्वास बढ़ा होगा. हालांकि, फिर भी चुनौती बड़ी है. न्यूजीलैंड या बाकी टीमों को अगर टी20 का वर्ल्ड चैम्पियन बनना है तो कप्तानों से जुड़ा इस समस्या से जल्द से जल्द पार पाना होगा.