T20 World Cup: कार्तिक और पंत में से कौन खेलेगा इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल? रवि शास्त्री ने बताई अपनी पसंद

कार्तिक इस टूर्नामेंट में विकेटकीपिंग के लिए कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ की पहली पसंद रहे हैं। वहीं, पंत को जिम्बाब्वे के खिलाफ मिला था। अब इस बात को लेकर बहस हो रही है कि दोनों में से किसे इस अहम मैच में मौका मिलना चाहिए।

भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप में गुरुवार (10 नवंबर) को इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच खेलेगी। टीम इंडिया इस मुकाबले के लिए जमकर तैयारी कर रही है, लेकिन उसके सामने यह चुनौती है कि मैच के दिन प्लेइंग-11 में दिनेश कार्तिक और ऋषभ पंत में से किसे शामिल करे। कार्तिक इस टूर्नामेंट में विकेटकीपिंग के लिए कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ की पहली पसंद रहे हैं। वहीं, पंत को जिम्बाब्वे के खिलाफ मिला था। अब इस बात को लेकर बहस हो रही है कि दोनों में से किसे इस अहम मैच में मौका मिलना चाहिए। इसी बीच, टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने अपनी पसंद बताई है।
रवि शास्त्री का कहना है कि अगर भारत को इंग्लैंड के खिलाफ जीत हासिल करनी है तो उसे अपने एक्स-फैक्टर खिलाड़ी को टीम में रखना होगा, जो कि ऋषभ पंत हैं। शास्त्री ने आगे यह भी कहा कि कार्तिक एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं, लेकिन इंग्लैंड जैसी टीम के खिलाफ एक आक्रामक खिलाड़ी की आवश्यकता होगी। बाएं हाथ का बल्लेबाज यह काम कर सकता है।

शास्त्री ने कहा, ”पंत ने इंग्लैंड में और उसके खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने अपने दम पर मुकाबले जिताए हैं। वह टीम में एक्स-फैक्टर लाते हैं। यह काम सेमीफाइनल में हो सकता है। अगर आपको मैच में जीत हासिल करनी है तो इस तरह के खिलाड़ी का होना जरूरी है।”

कार्तिक को ड्रॉप नहीं करना चाहिए था: सहवाग
रवि शास्त्री के अलावा कार्तिक और पंत को लेकर भारत के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने भी अपनी राय रखी है। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, ”जिम्बाब्वे के खिलाफ कार्तिक को ड्रॉप नहीं करना चाहिए। अगर वह आपकी पहली पसंद हैं तो उनके साथ ही पूरे टूर्नामेंट में खेलिए। बाहर करने से उनके आत्मविश्वास में कमी आ सकती है। अगर उन्होंने रन नहीं बनाए हैं तो उन्हें आत्मविश्वास दीजिए। उन्हें इस चीज की जरूरत है।”

ग्रुप में शीर्ष पर रही थी टीम इंडिया
भारतीय टीम सुपर-12 में ग्रुप-2 में शीर्ष पर थी। उसने पाकिस्तान, नीदरलैंड, बांग्लादेश और जिम्बाब्वे के खिलाफ जीत हासिल की थी। उसके पांच मैचों में आठ अंक थे। टीम इंडिया को टूर्नामेंट में एकमात्र हार दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिली थी।