T20 World Cup: साल 1992 नहीं 2002 याद कीजिए, क्या है वर्ल्ड कप का चैंपियंस ट्रॉफी कनेक्शन

T20 World Cup: टूर्नामेंट के फाइनल पर बारिश का साया मंडरा रहा है। ​अगर खिताबी मुकाबला धुलता है तो इंग्लैंड-पाकिस्तान दोनों जॉइंट चैंपियन बनेंगे। मेलबर्न में टी-20 वर्ल्ड कप के तीन मैच पूरी तरह धुल गए जबकि एक में ओवर्स घटाए गए थे।

मेलबर्न: साल 2002 में श्रीलंका चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी करता है। भारत फाइनल पहुंचता है। सामने होस्ट टीम श्रीलंका थी। खिताबी मुकाबले में बारिश हो जाती है। मैच रिजर्व-डे में जाता है, लेकिन बदकिस्मती देखिए अगले दिन भी बरसात थमने का नाम नहीं लेती। आखिरकार दोनों टीम संयुक्त विजेता बनती है। ट्रॉफी सौरव गांगुली और सनत जयसूर्या के बीच बंट जाती है। 20 साल पुराने इस आईसीसी टूर्नामेंट की बात आज इसलिए क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में जारी टी-20 वर्ल्ड कप में भी कुछ ऐसे ही हालात बनते नजर आ सकते हैं। लोग 1992 वर्ल्ड कप का पाकिस्तानी संयोग एंगल तलाश रहे हैं, लेकिन ऐसा न हो कि 2002 दुर्योग चल जाए।

95 परसेंट बारिश की उम्मीद

दरअसल, इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच रविवार को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल और अगले दिन ‘रिजर्व डे’ में बारिश का खतरा मंडरा रहा है, जिससे इन दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया जा सकता है। इस समय मेलबर्न में रविवार को बारिश की 95 प्रतिशत संभावना है, जिसमें 25 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के हवाले से कहा गया है, ‘बारिश आने की आशंका बहुत ज्यादा है। गरज के साथ तेज बारिश पड़ने की आशंका काफी अधिक है।’ दुर्भाग्य से मैच के लिए सोमवार को रखे गए ‘रिजर्व डे’ में भी बारिश की आशंका 95 प्रतिशत है जिसमें पांच से 10 मिलीमीटर बारिश हो सकती है।

सोमवार को रिजर्व डे
बारिश की स्थिति में पहली प्राथमिकता रविवार को संक्षिप्त हुए मैच को पूरा करने की होगी, मतलब सुरक्षित दिन से पहले ही ओवर कम कर दिए जाएंगे। अगर यह मैच रविवार को शुरू हो चुका है लेकिन पूरा नहीं हो पाया तो यह जहां से रुका था, वहीं से रिजर्व डे पर शुरू होगा। एक बार टॉस हो गया तो मैच ‘लाइव’ माना जाएगा। मैच स्थानीय समयानुसार शाम सात बजे शुरू होगा और अगर कोई खेल नहीं होता है तो मैच सोमवार को सुरक्षित दिन को होगा जिसमें यह स्थानीय समयानुसार दोपहर तीन बजे शुरू होगा। पिछली बार भारत और न्यूजीलैंड के बीच 2019 वनडे वर्ल्ड कप सेमीफाइनल बारिश के कारण दोनों दिन खेला गया था।

यह है नियम
फाइनल के लिए टूर्नामेंट का नियम कहता है कि अगर सुरक्षित दिन दिया गया है, तब भी निर्धारित दिन मैच खत्म करने के पूरे प्रयास किए जाएंगे, जिसमें ओवरों को कम करने का प्रावधान होगा। अगर मैच के लिए जरूरी न्यूनतम ओवर निर्धारित दिन नहीं डाले जा सकते तो मैच रिजर्व डे पर पूरा कराया जाएगा। अगर निर्धारित दिन मैच शुरू हो चुका है और बारिश की बाधा के बाद ओवर कम किए जा चुके हैं लेकिन आगे का खेल नहीं हो पाएगा तो मैच रिजर्व डे में उसी गेंद से शुरू होगा जो पिछले दिन डाली जानी थी। बारिश की वजह से अगर ओवर्स कम होते हैं तो टारगेट हासिल करने के लिए सेकेंड बैटिंग करने वाली टीम को भी कम से कम 10 ओवर्स मिलने चाहिए। अगर ऐसा नहीं हो पाता है तो फिर इंग्लैंड और पाकिस्तान को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया जाएगा।

धर्मसेना, एरास्मस होंगे अंपायर
आईसीसी ने कुमार धर्मसेना और मरायस एरास्मस को फाइनल के लिए मैदानी अंपायर नियुक्त किया है। मरायस पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच सिडनी में हुए पहले सेमीफाइनल में मैदानी अंपायर थे जबकि धर्मसेना भारत और इंग्लैंड के बीच एडिलेड में हुए दूसरे सेमीफाइनल में मैदानी अंपायर थे। फाइनल के लिए क्रिस गैफनी टीवी अंपायर होंगे जबकि पॉल राइफल चौथे अंपायर की भूमिका निभाएंगे। मैच रेफरी की जिम्मेदारी रंजन मदुगले के कंधों पर रहेगी।