10 day Sanskrit conversation workshop concludes

सोलन, 30 अक्टूबर शूलिनी विश्वविद्यालय के योग विद्यालय द्वारा आयोजित संस्कृत वार्तालाप पर दस दिवसीयकार्यशाला का समापन शुक्रवार को समापन समारोह के साथ हुआ। वर्कशॉप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से आयोजित की गई। ऑफ़लाइन कार्यशाला केलिए संस्कृत भारती के शिक्षक श्री ललित सती थे और ऑनलाइन कार्यशाला के लिए डॉ. मुकेशकुमार, सहायक प्रोफेसर, संस्कृत कॉलेज, ऊना, शिक्षक थे। कार्यशाला में कुल 82 प्रतिभागियों नेभाग लिया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि संस्कृत भारती, हिमाचल प्रदेश के प्रांत संगठन मंत्री श्री नरेंद्र थे।समारोह का संचालन सहायक प्राध्यापक मिस दीपशिखा ठाकुर और भावना भाटिया ने किया। श्री पवन कुमार ने विश्वविद्यालय और उसकी उपलब्धियों का परिचय दिया और कार्यशाला कीरिपोर्ट श्री ललित सत्ती द्वारा दी गई। श्री नरेन्द्र ने कहा कि शूलिनी विश्वविद्यालय पहला निजीविश्वविद्यालय है जिसने संस्कृत विषय पर कोई कार्यशाला आयोजित की है। उन्होंने कहा कि अगरहमें अपने वास्तविक इतिहास के बारे में जानना है तो उसके बेहतर समझ के लिए संस्कृत सीखनीचाहिए। कुलाधिपति प्रो पी के खोसला ने संस्कृत के साथ शोध करने पर जोर दिया। प्रो मंजू जैदका नेविश्वविद्यालय में संस्कृत विषय को लेकर नया रोड मैप बनाने की बात कही। डॉ. माला त्रिपाठी नेकार्यशाला के आयोजन के लिए सभी अतिथियों, प्रतिभागियों और संस्कृत भारती को धन्यवाददिया। इस कार्यशाला के अंतिम दिन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के प्रतिभागियों के लिए एकप्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें प्रथम तीन प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार वितरित किएगए। विभाग में संस्कृत विज्ञान प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। योग विभाग के प्रमुख डॉ सुबोध सौरभ सिंह और संस्कृत के सहायक प्रोफेसर पवन कुमार नेकार्यशाला आयोजित करने की पहल की थी।Continue Reading