जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं अपने से छोटे को या जो हमारे अनुभव के अनुरूप नहीं होते हैं उन्हें मशवरा देना शुरु करते हैं। हमारी भी इच्छा होती है कि कोई हमें भी जीवन के बहुमूल्य ज्ञान देता जिससे जीवन में आगे बढ़ने की हमारी भी राह आसान होContinue Reading