मंदिर ट्रस्ट से जुड़े हुए एक वरिष्ठ सदस्य का कहना है कि बुधवार को मंदिर का शिलालेख भी एक विशेष मुहूर्त में ही किया गया है। वह कहते हैं कि जेष्ठ शुक्ल की द्वितीया तिथि को मृगशिरा नक्षत्र के साथ दुर्लभ संधि व सर्वसिद्धि योग बना था। उसी योग केContinue Reading