बिना मेहनत के तख्तो-ताज नहीं मिलते, ढूंढ लेते हैं अंधेरों में मंजिल अपनी, क्योंकि जुगनू कभी रोशनी के मोहताज नहीं होते. ये लाइन ओडिशा के मलकानगिरी जिले की पहाड़ी इलाकों में रहने वाली बोंडा जनजाति की एक बेटी कुर्मा मुदुली पर बिल्कुल फिट बैठती है, जिसने बारहवीं की परीक्षा मेंContinue Reading