अगर सुनील भी उस वक़्त हार मान कर बैठ जाते और यह सोचते कि अब उनका क्या होगा क्योंकि उनके माँ बाप उन्हें दसवीं कराने के बाद आगे पढ़ाने में सक्षम नहीं थे। तो शायद सुनील इस मुकाम पर नहीं पहुँच पाते। ज़िन्दगी हमें कभी-कभी ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ीContinue Reading