इंसान को मारने के लिए उसके सीने में धंसी एक ही गोली काफी है. दर्द से कराहता, तड़पता हुआ मरने लगता है इंसान. मगर ज़रा सोचिए कोई इंसान सीने पर 3 गोलियां खाने के बाद भी कैसे बहादुरी दिखा सकता है. पौराणिक कथाओं में कई वीरों के बारे में कहा जाताContinue Reading

इंसान को मारने के लिए उसके सीने में धंसी एक ही गोली काफी है. दर्द से कराहता, तड़पता हुआ मरने लगता है इंसान. मगर ज़रा सोचिए कोई इंसान सीने पर 3 गोलियां खाने के बाद भी कैसे बहादुरी दिखा सकता है. पौराणिक कथाओं में कई वीरों के बारे में कहा जाताContinue Reading

इंसान को मारने के लिए उसके सीने में धंसी एक ही गोली काफी है. दर्द से कराहता, तड़पता हुआ मरने लगता है इंसान. मगर ज़रा सोचिए कोई इंसान सीने पर 3 गोलियां खाने के बाद भी कैसे बहादुरी दिखा सकता है. पौराणिक कथाओं में कई वीरों के बारे में कहा जाताContinue Reading

इंसान को मारने के लिए उसके सीने में धंसी एक ही गोली काफी है. दर्द से कराहता, तड़पता हुआ मरने लगता है इंसान. मगर ज़रा सोचिए कोई इंसान सीने पर 3 गोलियां खाने के बाद भी कैसे बहादुरी दिखा सकता है. पौराणिक कथाओं में कई वीरों के बारे में कहा जाताContinue Reading

इंसान को मारने के लिए उसके सीने में धंसी एक ही गोली काफी है. दर्द से कराहता, तड़पता हुआ मरने लगता है इंसान. मगर ज़रा सोचिए कोई इंसान सीने पर 3 गोलियां खाने के बाद भी कैसे बहादुरी दिखा सकता है. पौराणिक कथाओं में कई वीरों के बारे में कहा जाताContinue Reading