पहले लड़कियों को घर की चारदीवारी तक ही सीमित रखते थे। वक्त के साथ लोगों की सोच में बदलाव आया है। बेटियां बेटों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। मध्यप्रदेश की आशा राजूबाई मालवीय भी इनमें से एक है। आशा पहले नेशनल प्लेयर बनी फिर पर्वतारोही बनकरContinue Reading