आरंभ है प्रचंड बोले मस्तकों के झुंड आज जंग की घड़ी की तुम गुहार दो आन बाण शान या कि जान का हो दान आज एक धनुष के बाण पे उतार दो किसी ने ये फ़िल्म देखी हो या न हो लेकिन ये गीत, ये आवाज़ सभी के ज़हन मेंContinue Reading