आधुनिक के युग में बेटिया किसी क्षेत्र में बेटों से कम नहीं हैं। हर क्षेत्र में बेटिया बेटों से आगे निकलकर पुराने जमाने के भ्रम को तोड़ने में लगी हैं। एक समय था जब घर पर बेटा न हो तो पिता के अंतिम संस्कार के समय चिता को मुखाग्नि देनेContinue Reading