कहानी उन कुख्यात डाकुओं की, जिनके हाथों में बुरे हालातों ने थमा दी बंदूक और बना दिया डकैत
2022-05-31
वैसे तो परिस्थितियां कैसी भी हो जाएं हिंसा का समर्थन नहीं होना चाहिए. मगर कई बार ऐसा भी होता है कि इंसान के सामने हथियार उठाने के अलावा और कोई रास्ता ही नहीं बचता. एक डरी हुई बिल्ली भी हर तरफ से खुद को खतरे में देख कर शेरनी का रूप लेContinue Reading