वैसे तो परिस्थितियां कैसी भी हो जाएं हिंसा का समर्थन नहीं होना चाहिए. मगर कई बार ऐसा भी होता है कि इंसान के सामने हथियार उठाने के अलावा और कोई रास्ता ही नहीं बचता. एक डरी हुई बिल्ली भी हर तरफ से खुद को खतरे में देख कर शेरनी का रूप लेContinue Reading

वैसे तो परिस्थितियां कैसी भी हो जाएं हिंसा का समर्थन नहीं होना चाहिए. मगर कई बार ऐसा भी होता है कि इंसान के सामने हथियार उठाने के अलावा और कोई रास्ता ही नहीं बचता. एक डरी हुई बिल्ली भी हर तरफ से खुद को खतरे में देख कर शेरनी का रूप लेContinue Reading