रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि हंबनटोटा कोई सैन्य बंदरगाह नहीं है। चीनी जहाज को हंबनटोटा आने की अनुमति गोटबाया राजपक्षे के कार्यकाल में दी गई थी। वह एक रिसर्च शिप के तौर पर आ रहा था। इसलिए हमने इसकी अनुमति दी थी। अगर हम अपने निर्णय को बदलने के लिएContinue Reading