1886 में स्थल पर निर्माण शुरू हुआ और लेडी डफरिन ने 23 जुलाई 1888 को भवन में प्रवेश किया। इसके लिए चाबा से बिजली की व्यवस्था की गई। आजादी के बाद यह राष्ट्रपति भवन बना फिर 1965 में इसे भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान के सपुर्द कर दिया। पेश है शिमलाContinue Reading