1650 को अयोध्या से लाए भगवान रघुनाथ के बाद से दशहरा उत्सव मनाया जा रहा है। इसके बाद जिलेभर से देवी-देवताओं का भी आना शुरू हुआ। अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा। अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा में इस साल दशहरा के इतिहास में पहली बार 304 देवी-देवता शामिल हुए हैं। साल दर साल दशहराContinue Reading