रंगों पर विज्ञान, मनोविज्ञान से लेकर समाजशास्त्र में भी खूब बात हुई है. हर रंग के अपने ‘रौब’ हैं. हर रंग कुछ कहता है. वहीं, हर इंसान के अपने पसंदीदा रंग भी होते हैं. लेकिन, क्या कोई इंसान ऐसा भी हो सकता है कि वो एक-दो रंग को हीContinue Reading