“हमारे वॉलंटियर्स की शर्ट का रंग देखकर ही गांव वाले समझ जाते हैं कि हम कौन हैं… वो हमारी बात मानते हैं.” “हमारी लाइब्रेरी में जब महेंद्र बाबा आये तो उनके आंखों में वही चमक थी, जो किसी बच्चे की आंखों में खिलौने की दुकान पर पहुंचकर होती है. वोContinue Reading